बिहारशिक्षासमस्तीपुरसमाचार

बिहार शिक्षा चर्चा

कृष्ण मनु ईश्वर

सच कहते है क्यों बिहार में शिक्षा पिछड़ा हुआ है क्योंकि वहां पढ़ाई का उच्च स्तरीय संस्थान नहीं है, और जो है भी तो वहां बच्चे ही नहीं है। यहां की शिक्षा कुछ इस प्रकार है कि बच्चों को सही ढंग से हिंदी उच्चारण करना नहीं आता है। विद्यालय है लेकिन शिक्षक नहीं, इस परिस्थिति में तो विद्यालय का बचना ही मुश्किल है।

यह भी पढ़ें  रोमांचक मुकाबले मे राजद प्रत्याशी अजय कुमार सिंह हुए विजयी
समस्तीपुर जिला, प्रखंड विभूतिपुर स्थित खोकसाहा का विद्यालय।

इसका सबसे अच्छा उदाहरण दिए गए चित्र में दिखाया गया है जो बिहार के समस्तीपुर जिला, प्रखंड विभूतिपुर स्थित खोकसाहा का है। यह विद्यालय सिर्फ नाम का रह गया इसकी हालत तो ऐसी है कि लगता है अंग्रेज के जमाने में बना हो या एक वृद्ध महिला जिसकी उम्र 100 के पार चली गई हो वैसा नज़ारा कुछ इसका है। जब भी कोई सरकार बनती है तो कभी ये मुद्दा नहीं उठाती है कि शिक्षा संस्थान को सुधार करेंगे और बच्चों को जागरूक करेंगे, बस सिर्फ उनका फंडा होता है वोट मिल जाए जीत जाए और राज करे खासकर की बिहार तो इन सब मामलों में आगे ही है। बिहार ही बदनाम क्यों होता है क्योंकि यहां की व्यवस्था शासन अच्छी है ही नहीं अगर होती तो आज ऐसा देखने को नहीं मिलता। चलिए लेकिन अब बिहार के सरकार से यही निवेदन है कि शिक्षा के प्रति जागरूक करें।

Gaam Ghar Desk

गाम घर डेस्क के साथ भारत और दुनिया भर से नवीनतम ब्रेकिंग न्यूज़ और विकास पर नज़र रखें। राजनीति, एंटरटेनमेंट और नीतियों से लेकर अर्थव्यवस्था और पर्यावरण तक, स्थानीय मुद्दों से लेकर राष्ट्रीय घटनाओं और वैश्विक मामलों तक, हमने आपको कवर किया है। Follow the latest breaking news and developments from India and around the world with 'Gaam Ghar' news desk. From politics , entertainment and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button