समस्तीपुर के 13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने भारतीय शतक का रचा इतिहास
यूथ टेस्ट में सबसे तेज भारतीय शतक का रिकॉर्ड
Sport News : समस्तीपुर के 13 वर्षीय क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने भारतीय क्रिकेट में नया इतिहास रचते हुए यूथ टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम के खिलाफ खेले जा रहे यूथ टेस्ट मैच में वैभव ने महज 58 गेंदों में शतक पूरा कर तहलका मचा दिया। इस उपलब्धि के साथ वैभव ने भारतीय अंडर-19 क्रिकेट में सबसे तेज शतक का नया कीर्तिमान स्थापित किया और अपने गृह राज्य बिहार और समस्तीपुर जिले का नाम रोशन किया।
ताजपुर, समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाले वैभव ने अपने कोच ब्रजेश झा के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से यह मुकाम हासिल किया है। समस्तीपुर के पटेल मैदान में लगातार अभ्यास करने वाले वैभव की यह शानदार पारी देशभर में चर्चा का विषय बन गई है। उन्होंने मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम के 293 रन के जवाब में 47 गेंदों पर 81 रन बना लिए थे। दूसरे दिन अपनी तूफानी बल्लेबाजी जारी रखते हुए, उन्होंने सिर्फ 58 गेंदों में शतक पूरा कर लिया, जिसमें कई बेहतरीन चौके-छक्के शामिल थे।
यह शतक भारतीय यूथ टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज शतक बन गया, जबकि ओवरऑल अंडर-19 क्रिकेट में यह दूसरा सबसे तेज शतक है। इससे पहले भारत के मनजोत कालरा के नाम यूथ टेस्ट में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड था, जो उन्होंने 101 गेंदों में बनाया था। लेकिन वैभव ने कालरा सहित शुभमन गिल, आयुष बदोनी और गौतम गंभीर जैसे बड़े नामों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
हालांकि, वैभव इंग्लैंड के क्रिकेटर मोईन अली का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए, जिन्होंने 2005 में अंडर-19 स्तर पर सिर्फ 56 गेंदों में शतक बनाया था। वैभव ने 58 गेंदों का सामना करके अपना शतक पूरा किया, जो मोईन के रिकॉर्ड से मात्र दो गेंदें पीछे रहा। फिर भी, यह भारतीय अंडर-19 क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
दो यूथ टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की पारी को 293 रन पर समेटने के बाद भारतीय टीम ने जब बल्लेबाजी शुरू की, तो वैभव ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए रन बटोरे। उनकी ताबड़तोड़ पारी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया। वैभव ने इस पारी में कुल 62 गेंदों का सामना किया और 104 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उनकी पारी ने मैच में भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
जब वैभव आउट हुए, तब भारत अंडर-19 टीम ने 29 ओवर में 165 रन बना लिए थे और उन्होंने 3 विकेट खो दिए थे। वैभव के साथ ओपनर विहान मल्होत्रा ने भी अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 79 गेंदों पर 49 रन बनाए, जिसमें 8 चौके शामिल थे। कप्तान सोहम पटवर्धन 11 गेंदों में 2 रन बनाकर नाबाद थे।
वैभव सूर्यवंशी की इस शानदार पारी ने न केवल उनके क्रिकेट करियर को एक नई दिशा दी है, बल्कि समस्तीपुर और पूरे बिहार के लोगों के लिए गर्व का पल प्रदान किया है। उनके कोच ब्रजेश झा ने कहा कि यह वैभव की कठिन मेहनत और अनुशासन का परिणाम है, जिसने उन्हें इस स्तर तक पहुंचाया है। वैभव ने अपनी युवा उम्र में जो कौशल और मानसिक मजबूती दिखाई है, उससे भविष्य में उनके भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने की उम्मीद और बढ़ गई है।
वर्तमान में भारतीय अंडर-19 टीम की बल्लेबाजी अच्छी स्थिति में है, और उम्मीद है कि यह शानदार प्रदर्शन उन्हें सीरीज में आगे भी मजबूती से बनाए रखेगा। वैभव की इस ऐतिहासिक पारी के बाद, उन्हें भविष्य में भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा माना जा रहा है, और उनकी इस उपलब्धि पर पूरे देश से बधाइयां मिल रही हैं।