पटना: बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष सांसद श्री अजय निषाद ने आज ये खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुकेश साहनी यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा की वोट कटवा राजनीति से बाज नहीं आते हैं और मुकेश साहनी 2-4 हजार वोट काटने वाले वोटकटवा पार्टी बनते हैं तो वी. आई. पी. को बड़ा खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए । श्री निषाद ने आगे कहा कि वी. आई. पी. ने बिहार विधान सभा चुनाव में यू.पी. ए. और एन. डी. ए. दोनों से चुनाव लड़े और दोनों ही बार बुरी तरह हार गए। मुकेश साहनी का बिहार में ही कोई जनाधार नहीं है और उत्तर प्रदेश में हवाई दावे कर रहे हैं। अगर मुकेश सहनी वोट कटवा की राजनीति करते हैं तो मुज़फ़्फ़रपुर, बोचहां विधान सभा सीट भी मुकेश साहनी को हाथ धोना पड़ सकता है ।
दरअसल बोचहां विधानसभा सीट से मुकेश सहनी की पार्टी से मुसाफिर पासवान विधायक थे, मुसाफिर पासवान का बीमारी के कारण निधन हो गया अब वहाँ उप चुनाव होना है, इस संदर्भ में बीजेपी सांसद श्री निषाद ने कहा कि बोचहां पहले से ही भाजपा की सीट रही है और उनकी पार्टी यहां से बेहतर प्रदर्शन करने को तैयार है । इससे आगे बढ़ते हुए श्री निषाद ने कहा कि यदि मुकेश सहनी योगी-योगी नहीं करेंगे तो बोचहां ही नहीं पूरे बिहार में उनकी राजनीति खत्म कर दी जायेगी । बीजेपी सांसद श्री निषाद ने मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी की युगलबंदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मुकेश साहनी, मांझी जी के साथ मिलकर भी कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे ।
जबकि मुकेश साहनी बीजेपी की नाव डुबोने का दावा कर रहे हैं, उन्हें हकीकत का जरा भी अहसास नहीं है । भाजपा सांसद ने आगे कहा कि दो कमजोर जानवर मिलकर भी शेर का शिकार नहीं कर सकते, भाजपा शेर है शेर और दो कमजोर जानवर मिलकर भी शेर का शिकार नहीं कर सकते । साथ ही श्री सांसद निषाद ने ये भी कहा कि जीतन राम मांझी को बीजेपी पर्याप्त सम्मान देती है । बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष और सांसद अजय निषाद के इस बयान पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री देव ज्योति ने हमला बोलते हुए कहा कि अजय निषाद खुद निषाद जाति से हैं और निषाद होकर निषाद आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। यह कितनी दुर्भाग्यपूर्ण है, उनको तो मुकेश सहनी के साथ आकर निषाद समाज को आरक्षण दिलाने के लिए लड़ाई लड़नी चाहिए। VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि अजय निषाद अपने पिताजी स्व. जयनारायण निषाद के बलबूते राजनीति कर रहे हैं, इसके विपरित मुकेश सहनी का राजनीति में कोई गॉड फादर नही है । निषाद समाज का समर्थन और विश्वास ने मुकेश साहनी को निषाद समाज का सबसे बड़ा नेता बनाया है। सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरा देश आज उन्हे ” सन ऑफ मल्लाह” के नाम से जानता है। इसी ईर्ष्या से आज अजय निषाद बौखला गए हैं। खुद निषाद जाति का होने के बावजूद अजय निषाद ने आजतक निषाद समाज के दिलों में जगह नहीं बना पाए। आने वाले समय में सबको जवाब मिल जायेगा। निषाद समाज ही यह तय करेगा। आरक्षण की इस लड़ाई में पूरा निषाद समाज ” सन ऑफ मल्लाह ” मुकेश सहनी के साथ है या नहीं ।