प्रशांत किशोर ने भ्रष्टाचार पर बात करते हुए कहा कि भारत दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों की सूची में है। जिन देशों ने भ्रष्टाचार के मामले पर जीत हासिल की है अगर उनकी बात की जाए तो उन्होंने अपनी व्यवस्था में व्यवस्थित तरीके से 10 से 15 साल ‘चार’ काम किए। पहला स्वच्छ प्रतिनिधियों का चुनाव किया, दूसरा सत्ता और संसाधनों का विकेन्द्रीकरण किया, तीसरा जन भागीदारी, जिसमें जनता को पता हो कि उसके क्या अधिकार हैं? उनको मालूम होना चाहिए कि कौन सी योजना उनके लिए है, और चौथा तकनीकीकरण का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग।
बिहार में अगर भ्रष्टाचार कम करना है तो इन्हीं चार पहलुओं पर काम करना होगा। अगर आप 500 रुपये लेकर मुखिया को वोट दे देंगे तो आप कैसे सोच सकते हैं कि वो ईमानदारी से काम करेगा, तो जड़ ये है की हमको अपने वोट करने का तरीका सुधारना होगा, नहीं तो बिहार मे भ्रष्टाचार हो या विकास उस दिशा में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।