Bollywood Movie Reviews Dahaad IMDM Review Cast - Sonakshi Sinha, Vijay Varma, Gulshan Devaiah, Sohum Shah, Manyuu Doshi, Zoa Morani, Jayati Bhatia, Director - Reema Kagti, Ruchika Oberoi Amazon Prime Video RATING 3.5/5 GAAM GHAR
Patna: फिल्म हो या वेबसरीज दोनों को ही डायरेक्ट OTT पर रिलीज़ करना अब आम हो गया है और इसी दौर में सोनाक्षी की दहाड़ को Amazon Prime Video पर रिलीज किया गया है । एक वक्त था जब तेज़ी से सिनेमाघरों को मल्टीप्लेक्स में तब्दील किया जा रहा था और दर्शकों को बहुत ज्यादा आरामदायक सुविधाएं दी जा रही थी लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी के पास इतना वक्त कहां की पूरे परिवार के साथ मल्टीप्लेक्स या सिनेमाघर में सिनेमा का आनंद ले सके, मुझे तो लगता है छोटे छोटे शहर में तो शायद मल्टीप्लेक्स बन ही नहीं पाए और अब कभी बनेंगे भी नहीं ।
वैसे मुझे इन बातों से क्या आइए आपको ले चलते हैं मुद्दे पे दहाड़ सोनाक्षी की पहली वेबसरीज़ है और आते ही सोनाक्षी ने दहाड़ा भी फिल्म की कहानी राजस्थान के छोटे शहर मंडावा से शुरू होती है जहां एक सार्वजनिक शौचालय के बाहर एक दुल्हन की लाश मिलती है और पुलिस इसकी छानबीन में लग जाती है । इस कैसे के जाँच अधिकारियों में SHO देवीप्रसाद सिंह (गुलशन देवैया), इंस्पेक्टर कैलाश पारघी (सोहम शाह) और सब-इंस्पेक्टर अंजली भाटी (सोनक्षा सिन्हा) हैं जैसे जैसे जांच आगे बढ़ता है आसपास के इलाके में हुई लड़कियों की मौतों में एक समानता देखने को मिलती है और जांच अधिकारियों को सीरियल किलिंग का मामला लगने लगता है ।
जांच की गुत्थी सुलझाने के दरमियान जांच की कड़ी आनंद सवणकर (विजय वर्मा) तक आती है पुलिस प्रशासन खास कर अंजली भाटी यानी सोनाक्षी सिन्हा को लगता है आनंद सवणकर ही कातिल है और वो उसके पीछे पड़ जाती है फिल्म की कहानी जबरदस्त है जिसमे आम जिंदगी जीनेवाला आनंद सवणकर इतनी सफाई से कत्ल करता है सबूत होने के बावजूद भी पुलिस कुछ नहीं कर पाती है वेबसरीज में एंट्री के साथ ही सोनाक्षी ने बेहतरीन अदाकारी दिखाई है फिल्म में विजय वर्मा की जितनी तारीफ़ की जाए कम है बाकी कलाकार ने भी अपने अपने किरदारों के साथ पूरा इंसाफ किया है ।
रीमा कागती और जोया अख्तर ने इस सीरीज का निर्माण किया है। स्क्रनीप्ले दिलचस्प है लेकिन कहानी काफी धीरे चलती है । फिल्म में एक दो चीजें जो आपको भटकाती है पहले एपिसोड में ही एलवी जिहाद जैसा मामला सामने आता है लेकिन 8 एपिसोड ख़त्म होने पर भी इस एलवी जिहाद का कोई सटीक नतीजा नहीं दिखता है बस आपके मन में कहीं न कही मजहबी नफ़रत की चिंगारी ही पैदा करती है ।
आज भी हमारा देश जातिवादी जैसी गंदी मानसिकता में जकड़ा हुआ जो इस वेबसरीज़ में बखूबी दिखाया गया है फिल्म की संगीत अच्छी है और लाजवाब सिनेमैटोग्राफी भी देखने को मिलता है इस लिहाज से दहाड़ को 5 में से 3.5 रेटिंग तो मिलना ही चाहिए I (This review is featured in IMDb Critics Reviews)