बांका : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बांका में बड़ी कार्रवाई की है. 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए चान्दन थाना के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार पासवान को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. मंगलवार को मनोज चान्दन थाना के पास में ही स्थित एक पान की दुकान पर रिश्वत की रकम लेने पहुंचे थे. वहां पर पहले से पटना से गई निगरानी की टीम सादे लिवास में मौजूद थी.
निगरानी की टीम से शिकायत करने वाले टुनटुन यादव ने रुपए सब इंस्पेक्टर के हाथों में थमाए, वैसे ही निगरानी की टीम ने उन्हें धर दबोचा. अचानक हुई इस कार्रवाई के बाद लोकल थाना से लेकर पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. जमीन के फर्जीवाड़ा से जुड़ा है मामला टुनटुन यादव बांका जिले के चान्दन थाना के तहत यादोरायडीह गांव के रहने वाले हैं. इसी साल 21 फरवरी को इन्होंने अपने लोकल थाना में एक FIR नंबर 37/23 दर्ज कराई थी.
आरोप है कि स्नेहा गुप्ता, इंदू देवी और सत्यनारायण साह नाम के तीन लोगों ने इनकी पैतृक जमीन को फर्जीवाड़ा कर अपने नाम करा लिया था. इस बारे में उन्हें तब पता चला, जब रजिस्ट्रार के ऑफिस से उन्होंने जमीन के कागजात की कॉपी निकलवाई थी. टुनटुन यादव के कंप्लेन पर केस दर्ज हो गया था. इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जिम्मेवारी सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार पासवान को दी गई थी. आरोप है कि जमीन वाले केस में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार रिश्वत देने की डिमांड लगातार कर रहे थे.
कल ही हो गई थी FIR सब इंस्पेक्टर के रिश्वत की डिमांड से टुनटुन यादव परेशान हो चुके थे. इसलिए उन्होंने खुद के बचाव के लिए दूसरा रास्ता अख्तियार किया. पटना स्थित निगरानी मुख्यालय में सब इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत की. अपने पास से कुछ सबूत भी दिखाए. तब निगरानी ने 9 अक्टूबर को ही मनोज कुमार पासवान के खिलाफ FIR नंबर 33/2023 दर्ज किया.
फिर मामले की जांच और कार्रवाई के लिए डीएसपी गौतम कृष्ण की अगुवाई में एक टीम का गठन किया. उन्हें बांका भेजा गया. फिर जांच और मामला सही पाया गया. इसके बाद सब इंस्पेक्टर के लिए जाल बिछाया गया और उस जाल में वो फंस गए. अब सब इंस्पेक्टर से पूछताछ चल रही है. इसके बाद निगरानी की टीम उन्हें भागलपुर स्थित निगरानी कोर्ट में पेश करेगी.