प्रवेश चौधरी की रिपोर्ट / समस्तीपुर : रोसड़ा थाना क्षेत्र के महिषर चौर में मछली के शिकारमाही को लेकर व्याप्त विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। विगत 15 अक्टूबर को जब कुछ लोग महिषर चौर में मछली मारने पहुंचे तो कतिपय लोगों द्वारा कोलहटा के प्रमोद मुखिया (35 वर्ष), महिषर के दाहो मुखिया (35 वर्ष), इसी गांव के उमेश मुखिया (62 वर्ष), राधे मुखिया (70 वर्ष), कोलहट्टा के अर्जुन पासवान (35 वर्ष) के साथ मारपीट कर सभी का सिर फाड़ दिया। पीड़ितों का आरोप है कि मारपीट के दौरान हवाई फायरिंग भी की गयी।
इस संबंध में पीड़ित पक्ष के सहयोगी अनिल मुखिया ने बताया कि 15 अक्टूबर को हमलोग महिषर चौर में जाल लगाकर मछली मार रहे थे। तभी कुछ लोग आर्म्स एवं लोहे के रॉड के साथ वहां पहुंचे और फायरिंग करते हुए मारपीट कर 4-5 लोगों का सिर फोड़ दिया। मारपीट करने के बाद आरोपितों ने गांव से रोसड़ा जानेवाले रास्ते को इस मंशा से जाम कर दिया गया कि घायलों का समय से ईलाज नहीं हो सके।
विषम परिस्थिति से घिरे घायलों ने तब रोसड़ा के पुलिस-प्रशासन को फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगने के कारण उन्हें पुलिस के उच्चाधिकारियों से गुहार लगानी पड़ी। तब जाकर रोसड़ा पुलिस वहां पहुंची और घायलों को सुरक्षा प्रदान करते हुए जाम से बाहर निकाला। इसके बाद सभी अनुंडलीय अस्पताल पहुंचे और उपचार करवाया।
ईलाज के बाद 15 अक्टूबर की रात 8 बजे घायल लोग घटना से संबंधित आवेदन लेकर रोसड़ा थाना पहुंचे। घायलों ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें बताया गया कि डीएसपी साहब ने उन्हें इस मामले में मामला दर्ज करने से मना किया है। घायलों का आरोप है कि थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें डांट-डपटकर भगा दिया गया।
थानाध्यक्ष के इस तरह कर कार्रवाई से हताश और अचंभित ग्रामीणों ने आज मंगलवार को उक्त मामले की लिखित जानकारी समस्तीपुर एसपी को देते हुए न्याय के लिए समुचित पहल करने की गुहार लगाई है। पीड़ित उमेश मुखिया के पुत्र के अनिल मुखिया ने थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष ने कहा कि ‘हम जैसा कहते हैं वैसे आवेदन लिखकर लाओ तब मामला दर्ज होगा।’
थानाध्यक्ष के इस व्यवहार से आहत अनिल मुखिया ने बताया कि आज एसपी साहब से मिलकर उन्हें घटनाक्रम एवं स्थानीय पुलिस की कार्यशैली की लिखित जानकारी दी है। अनिल मुखिया ने समस्तीपुर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बताया कि एसपी द्वारा उन्हें समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।