Patna : बिहार विधानसभा की कार्यवाही चल रही है। स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया है। विपक्ष की मांग पर वोटिंग कराई गई। प्रस्ताव के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 वोट पड़े। वोटिंग से पहले स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा राजनीति तो आंकड़ों का खेल है। मैंने निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाया। उन्होंने कुर्सी छोड़ दी है। उसके बाद अब बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी बातों को रखा है।
आपको बता दे की माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे लिए हमेशा से आदरणीय थे। हम तो आपका साथ देने के लिए आए थे। नीतीश कुमार कहा था कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट हुए थे। क्या आपको अपनी कही गई बात याद है या नहीं? झूठ मत बोलिएगा – आप यह कहें थे की नहीं टीचरों को पैसा देने और बहाली के लिए अपने बाप के पास से पैसा लाएगा अब अपाने देख लिया न कहां से हुआ ?
इसके आगे तेजस्वी ने कहा कि- वो राजभवन से निकले तो कहे कि हमारे साथ मन नहीं लग रहा था तो उनको समझना चाहिए कि हम नीतीश जी का मन लगाने के लिए साथ नहीं आए थे। हम काम करने के लिए साथ आए थे। जो असंभव था, उसे हमने संभव किया। मुझे कहते थे अपने बाप के पास से नौकरी लाएगा। हमने कर के दिखाया। मुझे विपक्ष में आने की खुशी है। 17 महीने में देश में जो किसी सरकार ने नहीं किया, वो हमने कर के दिखाया।
सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गारंटी लेंगे कि नीतीश कुमार फिर नहीं पलटेंगे। तेजस्वी ने कहा कि हम नाचने-गाने और मन लगाने के लिए नहीं आए हैं। अब कोई बच्चा भी नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं करेगा। बीजेपी किसी का सम्मान नहीं बल्कि डीलिंग करती है। इसके आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि – लालू जी का बेटा हूं, डरुंगा नहीं। 17 महीने में रिकॉर्ड नौकरी दी।
सुस्त मुख्यमंत्री को दौड़ना सिखाया। हमने 17 महीने में काम करके दिखाया है। सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि आज ही तो हमें बोलने का मौका मिला है, इसके बाद हम जनता के बीच में रहेंगे। हमें कोई चिंता नहीं है। हमलोग इधर उधर नहीं जाते हैं। हमलोग विचारधारा को मानने वाले लोग हैं।