Darbhanga : आज यंग इंडिया जनमत संग्रह जो दिनांक 18-19 फरवरी को शहर के अलग-अलग शिक्षण संस्थानों, छात्रावासो, मोहल्लाओ और चौराहा पर हुआ था। उसकी गिनती आज ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मुख्यालय के समक्ष हुई। जिसमें बतौर पर्यवेक्षक वरीय अधिवक्ता मिथिलेश्वर सिंह ने जनमत की गणना कर बताया कि यंग इंडिया के बैनर तले कई छात्र-नौजवान संगठनों ने देश के सौ से ज्यादा शहरों में जनमत संग्रह किया है।
दरभंगा में भी छात्र-नौजवान संगठनों ने लगभग पाँच हजार आमजनों के बीच खासकर छात्र-नौजवानों के बीच जनमत संग्रह किया। इसमें तीन ही मुख्य सवाल थें 1. क्या दस साल में 30 लाख सरकारी नौकरियों के रिक्त पदों को नहीं भर जाना सही है? 2. क्या सभी बेरोजगार नौजवानों के लिए 10000 बेरोजगारी भत्ता की मांग करना गलत है? 3. क्या सेना में 4 साल के लिए ठेका पर बहाली सही है? इन तीनों सबालो पर लोगों ने हां या ना में अपने जवाब दिए।
जिसको एक बंद मतपेटी में मोड़कर डाल दिया गया था। जिसमें पहले सवाल पर 80% लोगों ने नहीं में जवाब दिया। दूसरे सवाल पर 70% लोगों ने नहीं में जबाब दिया। वहीं तीसरे सवालों पर करीब 100% लोगों ने नहीं में जवाब दिया। इस जनमत के द्वारा यही आकलन लगाया जा सकता है कि देश के आम जनों में वर्तमान सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी है।
खास करके भाजपा सरकार जिसकी चुनावी एजेंडो में सिर्फ लोकलुभावन नारे रहते हैं। मगर छात्र-नौजवानों का मुद्दा गायब रहता है। जिस जुमला के कारण मोदी सरकार सत्ता में आई और यहां के छात्र-नौजवानों को कहा कि हमारी सरकार बनते ही 2 करोड़ प्रति वर्ष रोजगार देंगे और सरकार के एजेंडा से दूर-दूर तक पूरे 10 वर्षों में रोजगार क मुद्दा गायब रहा।
यंग इंडिया चाहता है कि सभी पार्टी अपने चुनावी मुद्दों में छात्र-नौजवानों के सवालों को प्रमुखता से जगह दे। जनमत संग्रह का एक आकलन कर 28 फरवरी को जंतर मंतर पर यंग इंडिया का प्रदर्शन होगा। जिसमें इन सवालों को उठाया जाएगा। मौके पर आरवाईए के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, एआईएसएफ के राज्य सह सचिव शरद कुमार सिंह, आरवाई के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य ओणम सिंह, आइसा के जिला सचिव मयंक राज, राज्य कार्यकारणी सदस्य प्रिंस राज आदि उपस्थित है।