Article 370: एक्टिंग मस्त पर ”आर्टिकल 370” निरस्त
Bollywood Movie Reviews Article 370
Bollywood Movie Reviews Article 370 IMDB Review Cast - Mohan Agashe, Sukhita Aiyar, Yami Gautam, Raj Arjun, Arun Govil, Iravati Harshe, Kiran Karmarkar, Sumit Kaul Director - Aditya Suhas, Jambhale Producer - Jyoti Deshpande, Aditya Dhar, Lokesh Dhar Runtime 158 minutes RATING 2.5/5 GAAM GHAR News
Entertainment / Bollywood Movie Reviews : आर्टिकल 370 वास्तविक घटना पर आधारित आदित्य सुहास जांभले की एक्शन थ्रिलर फिल्म है । सबसे पहले तो धारा 370 जैसी सनसनीखेज मुद्दे पर फिल्म बनाने के लिए आदित्य जांभाले और उनकी टीम यामी गौतम और सभी सहकालाकारों को बहुत बहुत बधाई ! धारा 370 भारत मां के सीने पर बहुत बड़ा नासूर था ।
बहरहाल विषय को राजनैतिक न बनाते हुए सीधे फिल्म की बात करते हैं । फिल्म के कहानी की शुरुआत कश्मीर में जूनी हक्सर (यामी गौतम) द्वारा एक खुफिया मिशन से होती है इस मिशन में जूनी अपने सीनियर के इजाजत के बगैर क्लकमांडर बुरहान वानी का एनकाउंटर कर देती है, जिससे पूरे कश्मीर में हिंसा भड़क जाती है और इस कारण जूनी को कश्मीर के स्पेशल इंटेलिजेंस ड्यूटी से हटाकर दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाता है ।
इसी बीच इधर कश्मीर की बद से बदतर होते हालत को देख केंद्र सरकार धारा 370 को निरस्त करने की रणनीति बनाती है जो पूरी तरह गोपनीय है । धारा 370 को निरस्त करने का क्या प्रावधान है इसका रिसर्च करने का जिम्मा पी. एम. ओ. सचिव राजेश्वरी स्वामीनाथन (प्रिया मणि) को सौंपा जाता है ।
राजेश्वरी धारा 370 को निरस्त करने के प्रावधान को ढूंढने के साथ ही एन. आई. ए. की एक स्पेशल टीम गठित कर इस टीम की कमान जूनी को दे स्पेशल ऑपरेशन के लिए कश्मीर भेजती है, जहां से जूनी अपने सहयोगी के साथ मिल धारा 370 को निरस्त करने का अहम दस्तावेज दिल्ली भेजती है । फिर बड़ी ही सफाई से कश्मीर में बिना किसी हिंसा के धारा 370 को निरस्त कर दिया जाता है । फिल्म का तानाबाना वास्तविक है लेकिन फिल्म की पटकथा पर थोड़ा और काम करने आवश्यकता थी धारा 370 जैसी ज्वलंत मुद्दे को इतने सपाट तरीके से पेश करना पटकथा की कमजोरी दर्शाती है ।
अगर पटकथा पर और काम किया जाता तो ये बेहद शानदार फिल्म होती । जहां तक बात फिल्म कलारों कि है तो फिल्म के सभी कलाकारों खासकर यामी गौतम ने शानदार काम किया है प्रिया मणि के लिए कुछ खास तो था नही मगर अपने किरदार को बहुत खूबसूरती से निभाया है। इसके साथ ही जितने भी सह कलाकार हैं सब अपनी जगह अच्छे रहे बस पी. एम. के किरदार में अरुण गोविल थोड़े कमजोर दिखाई दिए । कुछ दृश्यों को छोड़ दें तो फिल्म का निर्देशन भी अच्छा है ।
अगर बात फिल्म संगीत की करें तो फिल्म के संगीत में बहुत ज्यादा काम करने की आवश्यकता थी एक बात जरूर काबिले तारीफ है फिल्म में जबरदस्ती गाने नहीं घुसेड़े गए । फिल्म संवाद काफी शानदार है जो आपको वास्तविक राजनीति से रू-ब-रू कराती है । आर्टिकल 370 के रेटिंग की बात करें तो फिल्म को 2.5 स्टार मिलने चाहिए । (This review is featured in IMDb Critics Reviews)