माधव राय: गरीबी से सिखाई गई जिम्मेदारी और सेवा की प्रेरणास्त्रोत
"गरीबी से सिखाई गई सेवा और जिम्मेदारी: माधव राय की प्रेरणा"
Exclusive : माधव राय (Madhav Roy), एक विद्यार्थी हैं, जो बिहार के समस्तीपुर जिले के गाँव दसौत (Dasaut) से है, उनकी कहानी जिम्मेदारी और सेवा की ऊर्जा से भरी हुई है। वह एक मध्यवर्गीय परिवार से हैं और उनके पिता किसान हैं। अपने घर को चलाने के साथ-साथ, वह खुद के अध्ययन के लिए तैयारी कर रहे हैं।
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माधव के साथ उनकी अनूठी योजना है। वह अपने गाँव के बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं, साथ ही उन्हें उनकी आवश्यकतानुसार ट्यूशन भी देते हैं। इसके अलावा, जिन बच्चों के परिवार आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, उन्हें वह निःशुल्क शिक्षा प्रदान करते हैं। माधव का यह प्रयास उनके अद्वितीय समझदारी और जिम्मेदारी को दर्शाता है। उन्होंने अपने कोचिंग के नाम को “लक्ष्य कोचिंग” रखा है, जो उनके मन में नीति को संकेत करता है।
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इनकी कहानी एक सराहनीय उदाहरण है गरीबी से निकलने का, जिसमें जिम्मेदारियां और समाज सेवा की प्रेरणा है। माधव राय ने अपने गाँव के और आसपास के क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं और उनके कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए भी, उन्होंने अपने सपनों को सकार करने में लगे हुए हैं।
माधव राय की इस अद्वितीय योजना के लिए हम सभी को गर्व होना चाहिए है। उनकी प्रेरणादायक कहानी हमें सिखाती है कि यदि हम अपने आसपास के समाज के लिए कुछ करने के लिए तैयार हैं, तो हम गरीबी को पार कर सकते हैं और समृद्धि की ओर अग्रसर हो सकते हैं। गाम घर न्यूज़ इनको शुभकामना देता है कि अपने लक्ष्य में कामयाबी मिले।