Chirag Paswan Party: बिहार में चुनावी माहौल उमड़ चुका है, और लोक जनशक्ति पार्टी (LJPR) में हलचल मच गई है। कुछ नेताओं ने चिराग पासवान के नेतृत्व में रहने से इनकार कर दिया है, जिसमें पार्टी के पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु कुशवाहा (Renu Kushwaha) और राष्ट्रीय सचिव ई. रविंद्र सिंह (Ravindra Singh) भी शामिल हैं। इन्होंने चुनावी टिकट बांटने पर आरोप लगाया है कि टिकट का वितरण पैसे ले कर हो रहा है।
हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
पार्टी के संगठन सचिव रविंद्र सिंह ने बताया कि वे सभी पार्टी के सहयोगी थे, लेकिन चुनावी टिकट मिलने में अनुचितता देखकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनका मानना है कि ‘परिवार फर्स्ट और पैसा फर्स्ट’ का नारा देने वाले चिराग पासवान का व्यवहार उनके नारे के खिलाफ है। इसके साथ ही, पार्टी के विभागीय कार्यकर्ता भी नाराज हैं। उनका कहना है कि टिकट देने में उन्हें नहीं शामिल किया जा रहा है, और टिकट बांटने में भ्रष्टाचार का प्रकटीकरण हो रहा है।
नेताओं का आरोप: चिराग पासवान पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप
पटना में एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए, नेताओं ने चिराग पासवान पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं, लेकिन चिराग पासवान के सभी पांच सीटों पर उनके उम्मीदवार को हराने का काम हमलोग करेंगे।
चिराग पासवान के खिलाफ आरोप: संगठन के लोगों को नहीं दी तवज्जो
नेताओं ने जनता के बीच जाकर बताने का ऐलान किया है कि चिराग पासवान का विजन ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ एक छलावा है, और उन्होंने संगठन के लोगों को कोई तवज्जो नहीं दी।
चिराग के उम्मीदवार को हराएंगे
नेताओं ने कहा कि चिराग पासवान ने समस्तीपुर, खगड़िया, वैशाली, जमुई, सीट पर उतरे नए प्रत्याशियों को मोटी रकम दी है। उनका उद्देश्य है कि ये प्रत्याशियों को हराकर चिराग पासवान के नीतियों का भंडाफोड़ किया जाए।
चिराग पासवान का करेंगे भंडाफोड़
नेताओं ने स्पष्ट किया कि चिराग पासवान के उम्मीदवारों को हराने के लिए उन्हें जनता के बीच जाकर चिराग पासवान के नीतियों का भंडाफोड़ किया जाएगा।
इस संघर्ष में, लोजपा को एक बड़ा झटका लगा है, और चुनावी युद्ध की जंग में अब क्या होगा आपको हल पल कि खवर गाम घर से मिलता रहेगा।