चैत्र नवरात्रि: 9 अप्रैल से शुरू, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
इस साल 8 या 9 अप्रैल से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि, जानें के पढ़े....
- Chaitra Navratri
धर्म कर्म: हिंदू धर्म में, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का आयोजन किया जाता है, जिसे वसंत नवरात्रि भी कहा जाता है। इस नवरात्रि को हिंदू धर्म में मां दुर्गा की प्रथम नवरात्रि माना जाता है। यह पर्व 9 दिनों तक चलता है, जिनमें हर दिन एक विशेष रूप की पूजा की जाती है। इन दिनों मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है, जैसे कि शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।
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इस वर्ष, मुंबई पंडित रोहित झा के अनुसार, चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से मंगलवार को प्रारंभ हो रही हैं। यह समय है जब हिंदू समुदाय उत्साह और भक्ति भावना में धूमधाम से इस पावन पर्व का स्वागत करता है। नवरात्रि के नौ दिनों के अवसर पर, लोग मां दुर्गा के आशीर्वाद के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन करते हैं। यह समय है जब लोग धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में सम्मिलित होते हैं और अपने जीवन को पवित्रता और समृद्धि के साथ भर देते हैं।
चैत्र नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त
पंडित रोहित झा ने बताया कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 8 अप्रैल 2024 की रात के 11 बजकर 50 मिनट पर चैत्र नवरात्रि का मुहूर्त शुरू होगा, और अगले दिन, यानी 9 अप्रैल 2024 की रात 08 बजकर 30 मिनट पर मुहूर्त समाप्त होगा। घट स्थापना (Kalash) का शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल को सुबह 7:57 से लेकर सुबह 9:53 के बीच है। इस मौके पर, भक्त कलशस्थापना करके मां दुर्गा का आवाहन करेंगे और 9 दिनों तक भक्त व्रत का संकल्प करेंगे। इस समय मंदिरों और घरों में मां भगवती की पूजा-अर्चना की जाएगी।
कौन से बन रहे हैं राजयोग
इस साल के चैत्र नवरात्रि में, सर्वार्थ अमृत सिद्धि, सिद्ध योग, रवि योग, प्रीति, आयुष्मान योग और पुष्य नक्षत्र का सुयोग है। इसके अलावा, कई राजयोगों का भी संयोग बन रहा है। यही कारण है कि इस बार नवरात्रि में पांच राजयोग बन रहे हैं, जो इस पर्व को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार विशेष है, क्योंकि 5 राजयोगों का महासंयोग बन रहा है। यह महत्वपूर्ण संयोग इस नवरात्रि को अत्यंत शुभ और अद्वितीय बना रहेगा। चैत्र नवरात्रि के इस महोत्सव के दौरान, हिंदू समुदाय आत्मविश्वास और आध्यात्मिकता में ऊंचाईयों को प्राप्त करेगा। मां दुर्गा की कृपा से, सभी के जीवन में समृद्धि, सुख, शांति और सम्मान का संचार हो।
नौ अप्रैल को चैत्र नवरात्रि के महासंयोग के कारण, ग्रहों के विशेष स्थिति से कई शुभ योग बन रहे हैं। चंद्रमा मेष राशि में है, जिसमें इसके साथ गुरु हैं, जो गजकेसरी योग बना रहे हैं। शुक्र मीन राशि में है, जहां वह बुध के साथ लक्ष्मीष नारायण योग बना रही है। इसके अलावा, मेष राशि में सूर्य और बुध के संयोग से बुधादित्यब राजयोग बना है, और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में मालव्य राजयोग बना रही है। इन योगों का असर राशियों पर भी होगा।
मेष राशि: यह योग वित्तीय स्थिति में सुधार और समृद्धि का संकेत देते हैं। इस समय व्यापार और नौकरी में सफलता प्राप्त हो सकती है।
वृषभ राशि: इस योग से आपके पारिवारिक और सामाजिक संबंध स्थिर हो सकते हैं। करियर में उन्नति के संकेत हो सकते हैं।
मिथुन राशि: इस समय शिक्षा और ध्यान की ओर ध्यान देना लाभकारी हो सकता है।
कर्क राशि: प्रेम और रोमांस के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। पारिवारिक संबंध मजबूत हो सकते हैं।
सिंह राशि: यह समय आपके करियर में उन्नति के लिए शुभ है। सामाजिक स्थिति में भी सुधार हो सकता है।
कन्या राशि: इस योग से आपके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और काम के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है।
तुला राशि: वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है और नौकरी में प्रगति का संकेत हो सकता है।
वृश्चिक राशि: प्रेम और संबंधों में समृद्धि हो सकती है। काम के क्षेत्र में भी सफलता मिल सकती है।
धनु राशि: इस समय आपके धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता मिल सकती है।
मकर राशि: करियर में उन्नति के लिए शुभ समय है, और वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है।
कुंभ राशि: इस समय आपके सामाजिक और पारिवारिक संबंध स्थिर हो सकते हैं। साथ ही, करियर में भी उन्नति के संकेत हो सकते हैं।
मीन राशि: इस समय आपके वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है, और पारिवारिक संबंध मजबूत हो सकते हैं।