AstraZeneca: दुनियाभर से कोविड वैक्सीन का वापसी मंगने का बड़ा निर्णय
कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी का बड़ा फैसला: गंभीर साइड इफेक्ट के आरोप के बीच वैक्सीन को बाजार से वापस लेने का निर्णय।
रॉयटर्स, लंदन AstraZeneca: एस्ट्राजेनेका कंपनी ने कोरोनावायरस महामारी के दौरान अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन को वापस मंगा लिया है। ये निर्णय के पीछि के वजह है क्योंकि कई स्थानों पर इस वैक्सीन को लेने के बाद गंभीर साइड इफेक्ट्स की रिपोर्ट्स सामने आई थीं। यह निर्णय दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है। एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) कंपनी ने यह घोषणा की है कि वह अपनी वैक्सीन को वापस मंगा रही है।
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एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के लाइसेंस वाली कोविशील्ड वैक्सीन का उपयोग भारत में भी किया जा रहा था। भारत में इसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने निर्मित किया था। भारत में इस वैक्सीन का उपयोग कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में हुआ था। लेकिन अभी तक भारत सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है कि यह वैक्सीन वापस ली जाए। यह निर्णय भारत में चर्चा का विषय बन गया है।एस्ट्राजेनेका ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है, इसलिए वे पुराने स्टॉक को वापस मंगा लिया हैं। इस निर्णय का अधिकारिक अधिसूचना 7 मई को प्रकाशित किया गया है। इस समय, कंपनी ने हाल ही में कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के संदिग्ध साइड इफेक्ट्स की रिपोर्ट्स को स्वीकार किया है। इन घटनाओं में कुछ लोगों को थ्रंबोसिस थ्रंबोसाइटोपीनिया सिंड्रोम के लक्षण दिखाई गए हैं, जिसमें खून के थक्के जमने की समस्या होती है। यह कदम उनके वैक्सीन के उपयोग पर सवाल उठाता है, खासकर जब वैक्सीन का संस्करण उपलब्ध है और यह संदेह के मामलों में आता है। एस्ट्राजेनेका कंपनी अपने निर्णय के साथ इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने का संकेत दे रही है।
कंपनी के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे
एस्ट्राजेनेका कंपनी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमें कोविड वैक्सीन (Covid -19 Vaccine) लगने के बाद कई लोगों की मौत का आरोप है। एक ऐसा मामला जैमी स्कॉट नामक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किया गया है, जिनका कहना है कि उनके वैक्सीन लेने के बाद शरीर में खून के थक्के जम गए और दिमाग में ब्लीडिंग हुई, जिससे उनके मस्तिष्क को नुकसान हुआ। इसके अलावा, कंपनी के खिलाफ 50 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। एस्ट्राजेनेका ने भी कोर्ट में स्वीकार किया है कि कुछ दुर्लभ मामलों में साइड इफेक्ट दिख सकते हैं। इस विवाद के बीच, कंपनी को अपने वैक्सीन के उपयोग के प्रति संदेह के साथ गंभीरता से निपटने की जरूरत है।
भारत में भी उठी चिंताएं
एस्ट्राजेनेका ने यूरोप और अन्य देशों से कोरोना वैक्सीन की वापसी का फैसला किया है। भारत में भी कोविशील्ड के साथ जुड़ी चिंताएं हैं। सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है और वैक्सीन की सुरक्षा पर सुनवाई की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए सहमति दी है, लेकिन अभी तक सुनवाई की तारीख तय नहीं हुई है।