उत्तर प्रदेश साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 17 मई: आनंदपुर साहिब के जनरल चुनाव पर्यवेक्षक डा. हीरा लाल ने चुनाव आयोग द्वारा ‘हरित चुनाव’ कराने के नारे को जमीनी हकीकत में बदलने के उद्देश्य से आज मोहाली में सभी जिला चुनाव अधिकारियों, जिला पुलिस प्रमुखों और संसदीय क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव प्रक्रिया के दौरान होने वाले कार्बन उत्सर्जन को देखते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाने और प्रशिक्षण, टीमों के प्रस्थान और वापसी और मतगणना केंद्रों के दौरान प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग सुनिश्चित करने को कहा गया।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की ‘हरित चुनाव’ की अवधारणा के आलोक में हमारा नारा स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और पर्यावरण के अनुकूल चुनाव प्रक्रिया होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से जहां राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ का उपयोग न करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, वहीं चुनाव व्यवस्था में लगे सरकारी अमले को भी इस ‘हरित चुनाव’ अभियान का हिस्सा और दूत बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
जनरल चुनाव पर्यवेक्षक डॉ. हीरा लाल ने विस्तार से बताते हुए कहा कि जब हम मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण देते हैं तो हमें उस स्थान पर कूड़ा-कचरा नहीं फैलाना चाहिए और साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। इसी प्रकार, जिस दिन मतदान करवाने वाले दलों को डिस्पैच केन्द्रों से मतदान केन्द्रों के लिए रवाना किया जाता है और बाद में अगली शाम को ईवीएम जमा करने के लिए वापस लाया जाता है, उस अवसर पर भी स्वच्छता का ध्यान रखा जाना चाहिए और ‘सिंगल-यूज़ प्लास्टिक’ से बचना चाहिए।
रिटर्निंग अधिकारियों/जिला चुनाव अधिकारियों/सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को मतदान केंद्रों पर ‘हरित चुनाव’ अभियान के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए मतदान दलों को आवश्यक दिशानिर्देश देने की योजना बनाने के लिए कहा गया। उन्होंने मतदान के दिन सभी मतदान केंद्र केंद्रों पर आने वाले मतदाताओं के लिए ज़रूरी सुविधाओं की व्यवस्था करने तथा उनके लिए विभिन्न प्रकार के पौधों की भी व्यवस्था करने को कहा, ताकि मतदान केंद्रों पर वोट डालने आये मतदाताओं को प्रेरित किया जा सके कि पौधों को अपने घर या खेत में रोपकर लोकतंत्र का त्योहार मनाएं। उन्होंने कहा कि इस तरह हम एक दिन में लाखों पौधे लगाकर ‘हरित चुनाव’ की अवधारणा को सही अर्थों में लागू कर सकेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव-2024 के दौरान मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लक्ष्य को संकल्प के रूप में लेने को भी कहा। बांदा (उत्तर प्रदेश) में जिलाधिकारी के रूप में लोकसभा चुनाव 2019 में 10.5 प्रतिशत मतदान बढ़ाकर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करने वाले डॉ हीरा लाल ने कहा कि इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक सहायक रिटर्निंग अधिकारी को पंचायत स्तर, विधानसभा स्तर और लोकसभा स्तर पर सबसे अधिक मतदान प्रतिशतता दिखाने वाले बूथ को चुना जाए और इस बार बाकी मतदान केंद्रों पर भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के कारकों के बारे में संबंधित बूथ स्तर के अधिकारी से विवरण ले के उपयोग में लाना चाहिए।इस अवसर पर उन्होंने लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान आनंदपुर साहिब संसदीय क्षेत्र के 09 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत में योगदान देने वाले बूथ लेवल अधिकारियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया। इनमें गढ़शंकर के बूथ नंबर 132 के बीएलओ जसविंदर सिंह (81.80 फीसदी), बंगा के बूथ नंबर 132 के बीएलओ सुरजीत कुमार (78.76 फीसदी), नवांशहर के बूथ नंबर 209 के बीएलओ परमजीत कौर (83 फीसदी), बलाचौर के बूथ नंबर 160 के नरिंदर सिंह (88.86 फीसदी), आनंदपुर साहिब के बूथ नंबर 41 के बीएलओ जसविंदर सिंह (80.70 फीसदी), बूथ नं. 170 के बीएलओ फुलेश्वर कुमार (89.29 प्रतिशत), चमकौर साहिब के बूथ नं. 14 बीएलओ हरिंदर कौर (78 प्रतिशत), खरड़ बूथ नं. 74 के बीएलओ अजय कुमार (85.05 फीसदी) और बूथ नंबर एसएएस नगर के बीएलओ हरपिंदरजीत सिंह (83.54 फीसदी) शामिल रहे।इसके बाद सामान्य प्रेक्षक डा. हीरा लाल, पुलिस पर्यवेक्षक संदीप गजानन दीवान, खर्चा पर्यवेक्षक शिल्पी सिन्हा, रिटर्निंग अधिकारी आनंदपुर साहिब प्रीति यादव, जिला चुनाव अधिकारी एसएएस नगर आशिका जैन, जिला चुनाव अधिकारी एसबीएस नगर नवजोत पाल सिंह रंधावा, एसएसपी रोपड़ गुलनीत सिंह खुराना, एसएसपी एसएएस नगर डॉ . संदीप गर्ग, एसएसपीएस बीएस नगर डा. महताब सिंह के अलावा, संसदीय क्षेत्र के नौ विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारियों ने भी जिला प्रशासनिक परिसर मोहाली में ‘हरित चुनाव’ की अवधारणा के तहत पौधे लगाए।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों और समूह पर्यवेक्षकों और डीसी, एसएसपी और एआरओ द्वारा पर्यावरण संरक्षण के रूप में एक-एक पौधा लगाने और मतदान के दिन ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ का उपयोग न करने का संकल्प भी लिया गया। इस अवसर पर जनरल पर्यवेक्षक ने घरेलू गैस सिलेंडरों की आपूर्ति के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक स्टीकर अभियान भी चलाया।