Bihar Lok Sabha Election Results 2024 : 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है, जहाँ पार्टियों के बीच टकराव बढ़ रहा है। इस चुनाव में जेडीयू, बीजेपी, लोजपा (आर), जीतन मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की RLM एक-दूसरे के साथ टकरा रही हैं। नतीजतन, यह चुनाव राजनीतिक दलों के लिए बड़ा मैदान साबित हो रहा है।
बिहार में अब तक के रूझानों के अनुसार, नीतीश कुमार की जेडीयू चल रही है। वह 15 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं, जोकि उनकी चुनौती को और भी मजबूत बना रहा है। बीजेपी भी 11 सीटों पर आगे है, लेकिन इसके बावजूद उनकी प्रतिष्ठा और प्रभावशाली नेतृत्व के कारण वे चुनौती के लिए तैयार हैं। लोजपा (आर) और RLM भी अपनी पांचों सीटों पर बढ़त बना रहे हैं, जिससे वे चुनौती प्रदान कर रहे हैं।
यह चुनाव बिहार के राजनीतिक मानसिकता को दर्शाता है, जहाँ राजनीतिक दलों के बीच संगठन और नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका है। जेडीयू की बढ़त, बीजेपी की स्थिरता, और लोजपा (आर) और RLM की अच्छी प्रदर्शन क्षमता ने इस चुनाव को रोचक बना दिया है। अब राज्य की जनता की राय के आधार पर ही नतीजा आएगा, जो राजनीतिक विकल्पों को और भी दर्शाएगा।
बीजेपी के सारे केंद्रीय मंत्रियों की पीछे चलने की यह हालत हैरानी का विषय है। उनमें से आरा के आरके सिंह, बेगूसराय के गिरिराज सिंह, और उजियारपुर के नित्यानंजद राय शामिल हैं। बेगूसराय में गिरिराज सिंह को सीपीआई के अवधेश कुमार रॉय की टक्कर मिल रही है, जो लगातार बढ़त बनाए जा रहे हैं। अवधेश की बढ़त अब 5 हजार के पार हो चुकी है। यह चुनाव स्थिति में दिखाई देता है कि राजनीतिक स्थिति में कैसी उफान पैदा हो रही है और कैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
आरा और उजियारपुर में भाकपा के सुदामा प्रसाद और आरजेडी के आलोक कुमार मेहता की बढ़त का जवाब बीजेपी के कैंडिडेट्स और केंद्रीय मंत्रियों को देना होगा। यहाँ पर सुदामा 10 हजार वोटों से आगे हैं, जबकि आलोक कुमार मेहता 6 हजार वोटों से आगे हैं। यह स्थिति दिखाती है कि राजनीतिक दलों के बीच मुकाबला कितना तीव्र हो गया है। इन चुनावी प्रतिस्पर्धात्मकता के बीच, बीजेपी को अपनी प्रतिष्ठा को बनाए रखने और वोटरों को आकर्षित करने के लिए काम करना होगा।
जेडीयू के उम्मीदवारों की बढ़त बताती है कि वे बीजेपी के प्रत्याशियों को पीछे छोड़ रहे हैं। इनमें से सुनील कुमार, लवली आनंद, रामप्रीत मंडल, दिलेश्वर कामत, मुजहिद आलम, दुलाल चंद्र, संतोष कुमार, दिनेश चंद्र यादव, आलोक कुमार सुमन, विजयलक्ष्मी देवी, अजय कुमार मंडल, गिरधारी यादव, ललन सिंह, और कौशलेंद्र कुमार उन क्षेत्रों में हैं जहाँ उन्हें आगे की बढ़त दिखाई दे रही है। इससे स्पष्ट होता है कि जेडीयू के उम्मीदवारों का प्रदर्शन चुनाव में प्रभावी रहा है और वे वोटरों की पसंदीदा विकल्प हैं।