मधुबनी : बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर में बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ द्वारा महिला सशक्तिकरण, नारी उत्पीड़न और ग्रामीण विकास के लिए एक सशक्त आवाज उठाई गई है। जीविका कैडर संघ की महिलाओं और जीविका दीदियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गांवों की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जीविका कैडर संघ ने सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं और अभियानों में अपना पूर्ण योगदान दिया है, लेकिन उनकी मांगों को पूरा करने में सरकार की विफलता पर उन्होंने नाराजगी जताई है।
विकास कार्यों में जीविका कैडर संघ की भूमिका
जीविका कैडर संघ के सदस्य, विशेष रूप से जीविका दीदियां, विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे विद्यालय स्वच्छता मिशन, शराबबंदी, मानव श्रृंखला, मनरेगा सर्वेक्षण, वृक्षारोपण, दीदी की रसोई और शौचालय निर्माण जैसे अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं। इन अभियानों में जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली इन दीदियों ने अपनी लगन और समर्पण से गांवों के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। इन योजनाओं के अंतर्गत काम करने वाले जीविका कैडर संघ के सदस्यों ने समाज को बदलने और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
इन सभी कार्यों के बावजूद, जीविका कैडर संघ की मांगें अब तक अनसुनी रही हैं। खासतौर पर उन्हें मिलने वाली सरकारी सहायता राशि में हुई कटौती ने उनके जीवनयापन को कठिन बना दिया है। इस संबंध में, जीविका दीदियों ने सरकार से इस आर्थिक संकट को दूर करने और उनके हितों की रक्षा करने की मांग की है।
जिला परिषद सदस्या को सौंपा ज्ञापन
जीविका कैडर संघ और जीविका दीदियों ने अपनी मांगों को लेकर जिला परिषद सदस्या अंजली कुमारी मंडल (Anjali Kumari Mandal) को एक लिखित आवेदन सौंपा। इस आवेदन के माध्यम से उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने की गुहार लगाई है। इस ज्ञापन में जीविका दीदियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे सरकार की नीतियों और योजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही हैं, फिर भी उनके काम की सराहना या उचित पारिश्रमिक नहीं मिला है।
ज्ञापन में शामिल प्रमुख मांगों में शामिल हैं: उन्हें मिलने वाली सरकारी सहायता राशि में की गई कटौती को वापस लिया जाए, उनके जीवनयापन के खर्चों की पूर्ति की जाए और मनरेगा के तहत दी जाने वाली मजदूरी में बढ़ोतरी की जाए। जीविका कैडर संघ की महिलाएं, जिनमें रिंकू देवी, रानी कुमारी, पुष्पा देवी, माला देवी, रेखा देवी, राधा कुमारी, नीलम देवी, रेणु देवी सहित अन्य शामिल हैं, ने इन मांगों को जिला परिषद सदस्या अंजली कुमारी मंडल के समक्ष मजबूती से रखा।
आज बिहार जीविका कैडर संघ जयनगर प्रखंड के जीविका दीदी द्वारा आज ज्ञापन मुझे सौंपा गया पूरे बिहार में जीविका दीदी द्वारा 10 सूत्री की मांग के लिए आंदोलन किया जा रहा है बिहार राज्य पंचायतीराज। @mopr_goi @highlight @IPRDBihar @NitishKumar @nitin_gadkari pic.twitter.com/WOJQg3xFAw
— Anjali Kumari Mandal जिला परिषद् (@anjalikumariJP) September 19, 2024
महिला सशक्तिकरण की दिशा में संघर्ष
जीविका दीदियों का यह संघर्ष न केवल आर्थिक हितों के लिए है, बल्कि यह उनके सशक्तिकरण और समाज में उनकी भूमिका को मान्यता दिलाने का भी एक प्रयास है। जीविका कैडर संघ ने गांवों में महिलाओं को एक मंच दिया है, जहां वे अपनी समस्याओं को सामने रख सकें और उन्हें हल कर सकें। इन महिलाओं ने शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और अन्य सामाजिक मुद्दों में भी सक्रिय भागीदारी निभाई है, जो उनके सशक्तिकरण के संकेत हैं।
जिला परिषद सदस्या का आश्वासन
दूसरी ओर, जिला परिषद सदस्या अंजली कुमारी ने जीविका कैडर संघ की इन मांगों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने जीविका दीदियों को आश्वासन दिया है कि वे उनकी मांगों को जिला प्रशासन और सरकार तक पहुंचाएंगी। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि जीविका कैडर संघ की आवाज को न केवल सुना जाएगा, बल्कि उनके हितों की रक्षा के लिए उचित कदम भी उठाए जाएंगे।
जीविका कैडर संघ और जीविका दीदियों द्वारा उठाई गई मांगें केवल आर्थिक सहायता की नहीं हैं, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण और उनके सामाजिक योगदान की मान्यता की मांग है। सरकार और प्रशासन को इन मांगों को गंभीरता से लेते हुए जीविका कैडर संघ के हितों की रक्षा करनी चाहिए, ताकि वे अपनी सेवाओं को और प्रभावी रूप से समाज के विकास में लगा सकें।