Bihar Politics : 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर बिहार में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना होने जा रही है। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ‘Prashant Kishor’ (पीके) अपनी नई पार्टी की घोषणा करेंगे, जिससे बिहार की राजनीति में नया अध्याय जुड़ने वाला है। यह कार्यक्रम राजधानी पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा, जहां कई देशों के विदेशी मेहमानों का जमावड़ा देखने को मिलेगा।
प्रशांत किशोर ने पिछले कुछ महीनों से बिहार के दौरे कर रहे हैं और अब वह अपने राजनीतिक दल का गठन करने जा रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी का नाम ‘जन सुराज’ ‘Jan Suraaj’ होगा, हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान प्रशांत किशोर खुद मंच से करेंगे।
विदेशी मेहमानों की मौजूदगी
प्रशांत किशोर के इस कार्यक्रम में 10-12 देशों के विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, और जर्मनी जैसे देश शामिल हैं। इन मेहमानों की मौजूदगी से कार्यक्रम को वैश्विक स्तर पर विशेष पहचान दिलाने की कोशिश की जा रही है। यह आयोजन न केवल बिहार की राजनीतिक दिशा-दशा को बदलने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बनाने का प्रयास हो रहा है।
पार्टी का नाम और नेतृत्व
प्रशांत किशोर की पार्टी का नाम ‘जन सुराज’ रखने पर सहमति बनी है, हालांकि इसका अंतिम फैसला कार्यक्रम के दिन ही किया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष का नाम भी इसी कार्यक्रम में घोषित किया जाएगा। अफवाहें हैं कि प्रशांत किशोर अपनी पत्नी को अध्यक्ष बना सकते हैं, लेकिन इस पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशांत किशोर खुद पार्टी अध्यक्ष बनने से इंकार कर चुके हैं, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व किसके हाथ में जाएगा।
आयोजन की भव्य तैयारी
प्रशांत किशोर इस आयोजन को एक मेगा इवेंट के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। पूरे बिहार में ‘जन सुराज’ के प्रचार के लिए पीली रंग की गाड़ियां घूम रही हैं, जो कार्यक्रम को लेकर माहौल बना रही हैं। कार्यक्रम स्थल पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड को भव्य रूप से सजाया गया है। पटना के गांधी मैदान में जगह न मिलने के कारण यह आयोजन वेटरनरी कॉलेज में किया जा रहा है, जो पटना एयरपोर्ट के बगल में स्थित है।
गाड़ियों और खान-पान की व्यवस्था
बिहार के विभिन्न जिलों से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आने वाली गाड़ियों के लिए विस्तृत रूट मैप तैयार किया गया है। भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर और अन्य जिलों की गाड़ियों के लिए अलग-अलग ठहरने और खान-पान की व्यवस्था की गई है। इन व्यवस्थाओं को इस तरह से बनाया गया है कि लोगों को सभा स्थल तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। इसके अलावा, पैदल मार्ग पर मार्ग-प्रदर्शकों की भी व्यवस्था की गई है ताकि लोग सही दिशा में चलते रहें।
समर्पण और तकनीकी तैयारी
इस पूरे आयोजन में प्रशांत किशोर की टीम ने न केवल बिहार की जनता को आकर्षित करने की योजना बनाई है, बल्कि इसमें तकनीकी और प्रबंधन के स्तर पर भी व्यापक तैयारी की गई है। प्रत्येक जिले से आने वाले लोगों के लिए अलग-अलग रूट्स, खाने-पीने की व्यवस्थाएं, और ठहरने के इंतजाम किए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि पीके इस आयोजन को एक बड़े पैमाने पर सफल बनाने की कोशिश में जुटे हैं।
प्रशांत किशोर का यह कदम बिहार की राजनीति में एक नई शुरुआत का प्रतीक हो सकता है। गांधी जयंती पर ‘जन सुराज’ पार्टी के गठन के साथ प्रशांत किशोर बिहार की राजनीतिक दिशा बदलने का दावा कर रहे हैं। विदेशी मेहमानों की उपस्थिति और व्यापक स्तर पर तैयारियां इस आयोजन को विशेष बना रही हैं। अब देखना यह होगा कि बिहार की राजनीति में इस नई पार्टी का कितना असर पड़ता है और प्रशांत किशोर की यह पहल कितनी सफल होती है।