पद्मश्री लोक गायिका शारदा सिन्हा बीमार, दिल्ली एम्स में भर्ती; प्रशंसकों में चिंता
पद्मश्री लोक गायिका शारदा सिन्हा बीमार, दिल्ली एम्स में भर्ती; संगीत जगत में चिंता की लहर
पद्मश्री सम्मानित और सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा गंभीर रूप से बीमार हैं। उनकी स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है। पिछले एक सप्ताह से वे अस्वस्थ थीं, हालांकि बीच में उनकी तबीयत में कुछ सुधार हुआ था। लेकिन शनिवार सुबह अचानक उनकी स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। उनके स्वास्थ्य को लेकर उनके प्रशंसक और संगीत प्रेमी चिंतित हैं, और सभी उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
समस्तीपुर वीमेंस कॉलेज की पूर्व प्रोफेसर
शारदा सिन्हा का शैक्षणिक और सांस्कृतिक योगदान भी उल्लेखनीय है। वे समस्तीपुर वीमेंस कॉलेज में लंबे समय तक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहीं और यहीं से सेवानिवृत्त हुईं। अपनी सेवाकाल में उन्होंने शिक्षा और कला को एक साथ आगे बढ़ाया और छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और संगीत के क्षेत्र में भी प्रेरित किया।
लोक गीतों की दुनिया में प्रतिष्ठा
शारदा सिन्हा को उनके पारंपरिक लोक गीतों के लिए देशभर में विशेष पहचान मिली है। खासकर, बिहार और उत्तर प्रदेश के महापर्व छठ के अवसर पर उनके गाए गीत हर घर में गूंजते हैं और उनकी आवाज़ ने इस पर्व को एक अनूठी सांस्कृतिक धरोहर बना दिया है। उनकी गायकी न सिर्फ भोजपुरी में बल्कि देश की अन्य भाषाओं में भी लोकप्रिय रही है, जिससे उन्होंने भारतीय लोक संगीत को एक नई पहचान दिलाई है।
सामाजिक जागरूकता और लोक गीतों के प्रति समर्पण
शारदा सिन्हा ने अपने गीतों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाने का कार्य किया है। उनके गाए गीतों में पारंपरिक सादगी और सामाजिक संदेश की झलक मिलती है। सेवानिवृत्ति के बाद भी वे पटना और दिल्ली स्थित अपने आवास पर रहते हुए लोक संगीत को समृद्ध बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रही हैं। उनकी इस समर्पण भावना के कारण ही उन्हें लोक संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया।
संगीत प्रेमियों की दुआएं उनके साथ
शारदा सिन्हा की बीमारी की खबर से संगीत प्रेमियों और उनके चाहने वालों में चिंता की लहर दौड़ गई है। लोग सोशल मीडिया के माध्यम से उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। संगीत और लोक गायन में उनका योगदान अमूल्य है, और उनके स्वस्थ होने की सभी को उम्मीद है, ताकि वे फिर से अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं के दिलों को छू सकें।