Singham Again Review; राम भी नहीं बचा पाए सिंघम को
नहीं चला सिंघम का जादू
Bollywood Movie Reviews Singham Again : IMDB Critic Review Cast - Ajay Devgn, Kareena Kapoor, Deepika Padukone, Ranveer Singh, Akshay Kumar, Tiger Shroff Director - Rohit Shetty Runtime 144 minutes RATING 2.5/5 GAAM GHAR News
Entertainment / Bollywood Movie Singham Again Reviews : अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित फिल्म सिंघम अगेन रिलीज हो चुकी है फिल्म में लंबी स्टार कास्ट है । फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी ने अपने सभी फेमस पुलिस किरदार को मार्वल कॉमिक यूनिवर्स की तरह इकट्ठा करने की पूरी कोशिश की है । फिल्म की कहानी को रामायण से जोड़ा गया है जिसमें एक तरफ रामायण का मंचन होता है और ठीक उसी तरह सिंघम की जिंदगी में घटनाएं घटती है । फिल्म में अजय देवगन अपने किरदार के हिसाब से बेहतरीन दिखे करीना कपूर अपने किरदार के साथ अच्छी रही लेकिन फिल्म के बाकी कलाकार ऐसे लगते हैं जैसे उनके लिए कुछ खास था ही नहीं उन्हें बस तादात बढ़ाने के लिए लाया गया गया है और तादात बढ़ाने के चक्कर में सिंघम का किरदार भी कमजोर पड़ जाता है ।
फिल्म की कहानी कश्मीर से शुरू होती है जहां एक ऑपरेशन में अजय जैकी श्रॉफ को गिरफ्तार करते हैं लेकिन मुस्लिम होने के बाद भी इस बार कश्मीर में कोई पथराव नहीं होता है बल्कि कश्मीरी मुसलमान सिंघम के साथ खड़े होते हैं । कहानी आगे बढ़ती है और कहानी कश्मीर से मदुरै आ जाती है, जहां जैकी श्रॉफ का पोता अर्जुन कपूर का आतंक है । जब करीना कपूर काम के सिलसिले में मदुरै आती है तो अर्जुन कपूर उसे किडनैप कर श्रीलंका ले जाता है और फिर अपने दादा जैकी श्रॉफ को छोड़ने की मांग करता है, फिर रामायण के राम की तरह सिंघम अपनी पत्नी को छुड़ाने श्रीलंका जाता है ।
फिल्म की कहानी रामायण जैसी ग्रन्थ के आधार पर लिखी गई है लेकिन फिल्म की पटकथा बहुत कमजोर है, रही और स्क्रीनप्ले पर तो ऐसा लगता है जैसे स्क्रीनप्ले पर कोई काम ही नहीं हुआ हो । रोहित शेट्टी पूरी फिल्म अपने एक्शन स्टंट और बड़े स्टार कास्ट के दम पर निकालने की कोशिश कर रहे थे, और यही वजह है कि फिल्म का मुख्य किरदार ही कमजोर पड़ गया । सही मायने में ऐसा लगता है जैसे फिल्म की कहानी अलग-अलग लिखी गई है और बस सारे किरदारों को एक साथ जोड़ दिया गया है फिल्म में दीपिका पादुकोण और टाइगर श्रॉफ का किरदार तो बिल्कुल भी नेचुरल नहीं। लगता है ।
टाइगर को स्टंट दिखाने और दीपिक को बजट बढ़ाने और गाड़ीयां जलाने के लिए लाया गया है । फिल्म के गाने भी ऐसे नहीं हैं जो आपके जेहन में जरा भी उतर सके रही बात संगीत की तो फिल्म के हिसाब से फिल्म संगीत बहुत अच्छा नहीं तो ठीक ठाक है । अगर फिल्म में किरदारों को बढ़ाने के बजाय कम किरदार रख कर स्क्रीनप्ले पर काम किया जाता तो शायद शानदार फिल्म बनती, भले फिल्म की लंबाई थोड़ी कम होती । अगर फिल्म के रेटिंग की बात करें तो फिल्म को 2.5 स्टार मिलना चाहिए। (This review is featured in IMDb Critics Reviews)