सारण : सारण जिले के बनियापुर ब्लॉक के हर्षपुरा गाँव में लोक आस्था के महापर्व छठ के उपलक्ष्य में जरूरतमंद छठ व्रतियों के बीच पूजा सामग्री का वितरण किया गया। यह मानवीय पहल जानकी सुदामा फाउंडेशन और मृदुला आई क्लिनिक, छपरा के संयुक्त प्रयास से की गई। इस दौरान व्रतियों को कलसूप, नारियल, गमछा आदि सामग्री प्रदान की गई ताकि वे इस पवित्र पर्व को हर्षोल्लास के साथ मना सकें।
जानकी सुदामा फाउंडेशन के संरक्षक एवं अधिवक्ता श्री रौशन ने इस मौके पर बताया कि छठ महापर्व बिहार का सबसे बड़ा और आस्था से भरा पर्व है। उन्होंने कहा कि सभी को इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और जितनी संभव हो, उतनी मदद जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि ऐसे छठ व्रतियों को सहयोग प्रदान किया जाए, जिनके पास पर्याप्त साधन नहीं हैं, ताकि वे बिना किसी चिंता के इस पर्व को मना सकें। ऐसे जरूरतमंद व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण करके हमें इस महापर्व को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने का अवसर मिला है।”
इस अवसर पर मृदुला आई क्लिनिक के संस्थापक डॉ. सुमित कुमार ने इस सेवा कार्य को पुण्य का काम बताया और कहा कि इस परोपकारी पहल से व्रतियों को न केवल छठ पर्व की सामग्री उपलब्ध होती है, बल्कि वे इस महापर्व को हर्षोल्लास के साथ मना सकते हैं। डॉ. सुमित ने छठ को लोक आस्था का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह पर्व हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का हिस्सा है, जिसे सभी वर्ग के लोग मिलजुल कर मनाते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि हर जरूरतमंद व्रती इस पर्व को पूरी श्रद्धा और बिना किसी बाधा के मना सके। यह महापर्व समाज के हर वर्ग को जोड़ने का काम करता है।”
संस्था के मार्गदर्शक श्री दिनेश कुमार सिंह ने भी इस प्रयास की सराहना की और कहा कि निर्धन और गरीब लोगों को पूजा सामग्री देकर उनके छठ पर्व को सफल बनाने में सहायता करना छठी मइया की सेवा करने के समान है। श्री सिंह ने कहा कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी चाहते हैं कि वे छठ पर्व पूरे सम्मान और धूमधाम के साथ मना सकें।
आपको बता दें कि जानकी सुदामा फाउंडेशन और मृदुला आई क्लिनिक, सारण में समाजसेवा के अन्य कार्यों में भी सक्रिय रूप से योगदान देते आ रहे हैं। इससे पहले भी संस्था द्वारा जरूरतमंद बच्चों को पठन-पाठन सामग्री का वितरण, रक्तदान शिविर का आयोजन और वृक्षारोपण जैसे सामाजिक कार्य किए गए हैं। संस्थान का उद्देश्य समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्ग के उत्थान के लिए निरंतर काम करते रहना है।
इस अवसर पर हर्षपुरा गाँव के प्रमुख लोग, जैसे दिनेश कुमार सिंह, मिथुन, गाजी, मंटू, हरेराम, भरत, रवि, संजय, हरिनंदन और सनी भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस नेक काम में अपना योगदान दिया।