धानुक समाज करेगा कुर्मी महासभा एवं टीम पाटलिपुत्र पर मानहानि का मुकदमा
Patna : राष्ट्रीय धानुक एकता मंच के संयोजक रामदास राय धानुक ने अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा एवं टीम पाटलिपुत्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का एलान किया है। धानुक समाज का कहना है कि कुर्मी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह, और टीम पाटलिपुत्र के संयोजक पप्पू सिंह जसवार, धानुक जाति को कुर्मी समाज की उपजाति बताकर उसका अपमान कर रहे हैं।
रामदास राय धानुक का कहना है कि धानुक समाज एक स्वतंत्र जाति है और किसी भी अन्य जाति की उपजाति नहीं है। बिहार सरकार ने भी जाति जनगणना में कुर्मी और धानुक जातियों को अलग-अलग वर्गीकृत किया है, जो कि दोनों समाजों के बीच स्पष्ट अंतर को दर्शाता है। इसके बावजूद अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा द्वारा धानुक समाज को कुर्मी की उपजाति बताने की प्रक्रिया समाज के लिए अपमानजनक मानी जा रही है।
रामदास राय ने मांग की है कि अखिलेश प्रसाद सिंह अपने दावे का प्रमाण प्रस्तुत करें, जिसमें धानुक जाति को कुर्मी की उपजाति के रूप में दिखाया गया हो। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है, तो यह स्पष्ट होता है कि यह दावा केवल धानुक समाज को अपमानित करने के लिए किया गया है, जो कानूनी दृष्टि से मानहानि के अंतर्गत आता है। इसी संदर्भ में उन्होंने कुर्मी महासभा को एक लीगल नोटिस भेजा है।
टीम पाटलिपुत्र के संयोजक पप्पू सिंह जसवार पर भी सवाल उठाते हुए रामदास राय ने कहा कि जसवार को भी यह प्रमाणित करना होगा कि वे किस आधार पर धानुक और कुर्मी समाज को एक मानते हैं। साथ ही जसवार को अपनी जाति की स्पष्टता भी देनी होगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उनका धानुक समाज के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप उचित है या नहीं।
धानुक समाज का कहना है कि किसी जाति को अपमानित करने के लिए गलत तथ्य प्रस्तुत करना समाज के लिए नुकसानदेह है, और इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाया जाएगा। रामदास राय धानुक ने कुर्मी महासभा और टीम पाटलिपुत्र से अपील की है कि वे अपने समाज को संगठित करें, लेकिन दूसरों की जातियों को अपनी उपजाति बताने का प्रयास न करें।