समस्तीपुर : समस्तीपुर शहर के गुदरी बाजार में दुकान खाली कराने के विवाद को लेकर पुलिस पर एक व्यवसायी के साथ मारपीट और अभद्रता करने का आरोप लगा है। व्यवसायी मृत्युंजय मणि गोस्वामी ने इस मामले में डीजीपी, मानवाधिकार आयोग, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और एसडीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
मृत्युंजय मणि गोस्वामी ने अपने आवेदन में बताया कि उनके पिता 1983 से गुदरी बाजार में प्रेमा देवी और संतोष कुमार के किराए के मकान में दुकान चला रहे थे। 1983 में एक विवाद हुआ था, जो बाद में समझौते से समाप्त हो गया। 1994 में नए किरायेनामे के तहत दुकान शुरू की गई और दिसंबर 2022 तक 3075 रुपये मासिक किराया दिया गया। जनवरी 2023 में मकान मालिक ने अचानक किराया 12,000 रुपये मासिक कर दिया और दुकान खाली करने की चेतावनी दी। इस पर गोस्वामी के पिता ने एसडीओ कोर्ट में मामला दायर किया।
एसडीओ के आदेश पर सीओ ने प्रतिवेदन दिया, लेकिन नगर पुलिस ने अब तक प्रतिवेदन नहीं दिया। मृत्युंजय ने आरोप लगाया कि मकान मालिक संतोष कुमार के भतीजे, जो डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं, के प्रभाव में आकर नगर थाना के दारोगा और एक पुलिसकर्मी ने उनकी दुकान खाली कराने का प्रयास किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके पिता को गालियां दीं और विरोध करने पर उन्हें बीच सड़क पर मारापीटा। जब मृत्युंजय ने दुकान खाली कराने के आदेश की मांग की, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें दुकान से बाहर खींचकर पीटा और जबरन थाना ले जाने की कोशिश की। अन्य दुकानदारों के विरोध के बाद ही पुलिसकर्मियों ने उन्हें छोड़ा।
इस घटना के सीसीटीवी फुटेज और कई दुकानदारों द्वारा बनाए गए वीडियो भी सामने आए हैं। नगर थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पीड़ित ने मामले में निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।