समस्तीपुर: जिले में बुधवार को सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण सात हजार से अधिक शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर जिला मुख्यालय और सभी प्रखंडों में समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य जिला स्तरीय कार्यक्रम तिरहुत अकादमी के सभागार में आयोजित किया गया, जहां लगभग 200 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी (डीएम) रोशन कुशवाहा, विधायक अजय कुमार, विधान पार्षद डॉ. तरुण कुमार, जिप अध्यक्ष खुशबू कुमारी और मेयर अनीता राम ने शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस मौके पर डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि नियुक्ति पत्र प्राप्ति के बाद ये शिक्षक “विशिष्ट शिक्षक” बन गए हैं और उनकी सेवा राज्यकर्मी के रूप में मानी जाएगी।
प्रखंड स्तर पर भी हुआ भव्य आयोजन
प्रखंड स्तर पर भी नियुक्ति पत्र वितरण का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। खानपुर प्रखंड में मसीना स्थित बीआरसी भवन पर बीडीओ विजय कुमार चंद्रा और बीईओ लक्ष्मी कुमारी ने 222 में से 205 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। वारिसनगर प्रखंड में 392 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए।
शिवाजीनगर प्रखंड में 406 शिक्षकों को बीडीओ विवेक रंजन ने नियुक्ति पत्र वितरित किए, जबकि विद्यापतिनगर प्रखंड में बीआरसी में बीईओ डॉ. मधुकर प्रसाद सिंह ने 274 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। अन्य प्रखंडों में उजियारपुर में 497, सरायरंजन में 286, पूसा में 225, विभूतिपुर में 318, कल्याणपुर में 313 और रोसड़ा में 295 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए।
काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू
इसके अलावा, 1481 शिक्षक अभ्यर्थियों की प्रमाण पत्र सत्यापन प्रक्रिया के लिए जिला मुख्यालय में प्लस टू तिरहुत अकादमी में 21 नवंबर से पुनः काउंसिलिंग शुरू हुई। यह प्रक्रिया 30 नवंबर तक चलेगी। डीपीओ स्थापना कुमार सत्यम ने बताया कि काउंसिलिंग के लिए पांच काउंटर बनाए गए हैं। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
समारोह का उत्साहपूर्ण माहौल
जिला मुख्यालय और प्रखंडों में आयोजित समारोहों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। शिक्षक समुदाय ने इस पहल का स्वागत करते हुए इसे अपने कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण बताया। जिला स्तर पर कार्यक्रम का संचालन प्रधानाध्यापक सौरभ कुमार ने किया। मौके पर डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय, डीपीओ सत्यम कुमार, और अन्य अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
यह नियुक्ति प्रक्रिया राज्य सरकार की शिक्षकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है और शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।