खेलो इंडिया यूथ और पैरा गेम्स 2025: बिहार को मिली बड़ी मेजबानी
: Bihar gets big hosting
Patna : बिहार को एक बार फिर बड़े खेल आयोजन की मेजबानी का गौरव प्राप्त हुआ है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स और पैरा गेम्स 2025 का आयोजन राज्य में किया जाएगा। केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। यह निर्णय एशियन महिला हॉकी चैंपियनशिप के सफल आयोजन के बाद बिहार को खेल जगत में एक नई पहचान दिलाने वाला है।
बिहार में खेल आयोजन की बढ़ती क्षमता
डॉ. मांडविया ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान इस घोषणा को साझा किया। उन्होंने कहा कि बिहार ने महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी चैंपियनशिप के सफल आयोजन के जरिए अपनी आयोजन क्षमता को साबित किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि यह बिहार के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा।
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की तर्ज पर पैरा गेम्स
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बाद पहली बार बिहार में खेलो इंडिया पैरा गेम्स का भी आयोजन होगा। दोनों खेल आयोजनों के बीच 10-15 दिनों का अंतर रहेगा। केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य खेलो इंडिया कार्यक्रम को देश के हर कोने तक पहुंचाना है। इसी क्रम में बिहार को इन महत्वपूर्ण आयोजनों की मेजबानी दी गई है।
बिहार का खेल ढांचा और सुविधाएं
बिहार में खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत 38 खेल केंद्र और एक राज्य उत्कृष्टता केंद्र हैं। साथ ही, राज्य में तीन भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) प्रशिक्षण केंद्र भी संचालित हो रहे हैं। ये सभी केंद्र उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। केंद्र सरकार राज्य के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और खिलाड़ियों के विकास के लिए विशेष योजनाएं लागू कर रही है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स: बिहार की संस्कृति का प्रतिबिंब
डॉ. मांडविया ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देगा, बल्कि बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को भी देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य की विरासत और संस्कृति को अपनाना, भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
महिला एशियन चैंपियनशिप की सफलता
हाल ही में राजगीर में आयोजित महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने चीन को हराकर खिताब जीता। इस आयोजन ने बिहार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई और इस नई मेजबानी का मार्ग प्रशस्त किया।
भविष्य की योजनाएं
डॉ. मांडविया ने बताया कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 का आयोजन तमिलनाडु में किया गया था और अब बिहार को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ खेलों को और व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने का मौका मिलेगा। बिहार में इन आयोजनों के लिए विस्तृत कार्यक्रम और योजना जल्द ही साझा की जाएगी।
खेलों का महत्व और प्रधानमंत्री की दृष्टि
खेल मंत्री ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने में खेल अहम भूमिका निभाएंगे। खेलो इंडिया का उद्देश्य देशभर की खेल प्रतिभाओं को निखारना और उन्हें उचित मंच प्रदान करना है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स और पैरा गेम्स का आयोजन न केवल बिहार के खेल ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक नई पहचान भी देगा।