सिपाही भर्ती में असफल युवती ने लगाई छलांग, पेड़ पर लटकी बची जान
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में फेल होने पर युवती ने पहाड़ से लगाई छलांग, पेड़ पर लटकी रहकर दो घंटे तक मौ'त से जूझती रही.
नालंदा : बिहार के नालंदा जिले में सिपाही भर्ती परीक्षा में असफल होने से दुखी एक युवती ने हिरण्य पर्वत से छलांग लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की। युवती पहाड़ से कूदने के बाद संयोगवश पहाड़ी के बीचोबीच एक पेड़ की डाल पर अटक गई और करीब दो घंटे तक पेड़ के सहारे हवा में लटकती रही। बाद में स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस और प्रशासन की टीम ने उसका सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया और उसकी जान बचाई।
घटना नालंदा जिले के लहेरी थाना इलाके के बड़ी पहाड़ी स्थित हिरण्य पर्वत पर गुरुवार को घटी। थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि युवती हरनौत थाना क्षेत्र की निवासी है और बिहारशरीफ के मगध कॉलोनी में किराये पर रहकर सिपाही भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही थी। युवती ने दो बार परीक्षा देने के बाद भी सफलता हासिल नहीं की थी, जिससे आहत होकर उसने आत्मह’त्या का यह कदम उठाया।
युवती ने पहाड़ से कूदते समय जोर से चीख लगाई, जिसे नीचे खेतों में काम कर रहे कुछ किसानों ने सुना। किसानों ने तुरंत ही पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सोहसराय थाना पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। स्थानीय लोगों ने अपनी सूझबूझ और जुगाड़ तकनीक का उपयोग करते हुए युवती को सुरक्षित निकालने में पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद की। कई स्थानीय निवासियों ने इस घटना का वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना के बारे में जानकारी मिलने पर युवती के परिजनों को बुलाया गया और रेस्क्यू के बाद उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस ने युवती के परिजनों को सौंप दिया है और उनसे उसकी मानसिक स्थिति को लेकर बात की जा रही है।
गौरतलब है कि इसी गुरुवार को बिहार पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया था। इस परीक्षा में करीब 11 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था, जिनमें से 1 लाख से अधिक कैंडिडेट्स फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET) के लिए सफल घोषित किए गए हैं। दो बार परीक्षा में असफल होने के कारण युवती ने यह कठोर कदम उठाया, जिससे युवाओं के बीच परीक्षा परिणाम का मानसिक प्रभाव साफ नजर आता है।
इस घटना ने समाज में युवाओं की मानसिक स्थिति और असफलता के दबाव को लेकर चिंतन का मुद्दा उठाया है। प्रशासन का कहना है कि युवाओं को असफलता का सामना करने का धैर्य होना चाहिए और वे निराशा के कारण ऐसे कदम न उठाएं। पुलिस ने युवती के परिवार को सलाह दी है कि वे उसकी देखभाल पर ध्यान दें और उसे मानसिक सहारा प्रदान करें।
हिरण्य पर्वत पर युवती के इस साहसिक रेस्क्यू ने कई लोगों को राहत दी है और युवती की जान बचने पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली।