मधेपुरा: कोरोना की तीसरी लहर के संक्रमण की चेन को खत्म करने में स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर लगा हुआ है। बिहार में सूचना एवं प्रौद्योगिक विभाग के तहत संचालित बेल्ट्रॉन द्वारा तैयार ‘हिट कोविड’ एप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे एक हजार कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी शुरू हो गयी है। जिले में जांच से लेकर टीकाकरण अभियान को लगातार तेज किया जा रहा है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। अब वैश्विक महामारी कोविड-19 की तीसरी लहर में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों के लिए फिर से हिट कोविड-19 का प्रयोग किया जा रहा है । कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। विदित हो कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी निगरानी के लिए सूचनाएं प्रौद्योगिकी विभाग बिहार के अधीन बेल्ट्रॉन द्वारा हिट कोविड-19 एप विकसित किया गया है । जिसका उपयोग वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 संक्रमित मरीजों की निगरानी एवं ससमय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया गया है जो बहुत ही उपयोगी रहा है।
हिट-कोविड एप द्वारा संक्रमित रोगियों के ऑक्सीजन स्तर तथा तापमान की प्रतिदिन की जाती है निगरानी –
हिट-कोविड एप के माध्यम से जिला अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा संबंधित रोगियों के ऑक्सीजन स्तर तथा तापमान की प्रतिदिन निगरानी की जाती है। ताकि उन्हें आवश्यकतानुसार डेडिकेटेड कोविड हेल्थसेंटर, अथवा कोविड डेडिकेटेड, कोविड हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया जा सके। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्य को वैश्विक महामारी कोविड-19 तीसरी लहर में पुनः तत्परतापूर्वक किए जाने से होमआइसोलेशन मे रह रहे मरीजों को कोविड अस्पताल में इलाज की सुविधा शीघ्र उपलब्ध कराई जा सकती है। सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया हिट एप से एक्टिव मरीजों की देखभाल की जा रही है। हिट एप के जरिये कोरोना मरीजों की ट्रैकिंग शुरू होने से होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज हो रहा और वह जल्द स्वस्थ भी हो जा रहे हैं। मालूम हो कि हिट एप के जरिये मरीजों की ट्रैकिंग कर ऑक्सीजन लेवल मापा जाता है। अगर ऑक्सीजन का लेवल 94 से कम रहता है तो उसे भर्ती होने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन कर उसे हिट एप पर अपलोड किया जाता है। जिस पर जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक की नजर रहती है।
सिविल सर्जन डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही कहते हैं कि जिले में कोरोना मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज चल रहा है। हिट एप से ट्रैकिंग के बाद मरीजों के बारे में लगातार अपडेट मिलता रहता है। इससे यह फायदा होता है कि अगर जरा सी मरीजों की हालत बिगड़ती है तो उसे तत्काल इलाज की सुविधा मुहैया करा दी जाती है। इससे मरीजों को भी सहूलियत मिली है और स्वास्थ्यकर्मियों को भी। एप के जरिये सभी मरीजों की बेहतर तरीके से देखभाल हो रही है। स्वास्थ्यकर्मी मरीजों के घर-घर जाकर ऑक्सीजन लेवल जांच कर रहे हैं। साथ ही अन्य परेशानी को भी नोट किया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों से मरीज अपनी परेशानी भी बता रहे और परेशानी का तत्काल समाधान भी किया जा रहा है। मरीजों को इससे यह फायदा मिल रहा है कि उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ होने पर स्वास्थ्य विभाग को न ही फोन करना पड़ रहा है और सामान्य परिस्थिति में न ही इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा है।
तीसरी लहर के संक्रमण से बचाव के लिए कोविड दिशा निर्देश का करें पालनः
डॉ. शाही कहते हैं कि जिले में कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए गाइडलाइन का पालन करने की अभी जरूरत है। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाना नहीं भूलें। भीड़-भाड़ में जाने से बचें। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाए रखें। अगर गाइडलाइन का पालन करने में परेशानी हो रही है तो घर से कम निकलें। बहुत जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं। ऐसा करने से आप भी कोरोना की चपेट में आने से बचेंगे और दूसरे लोग भी संक्रमित नहीं होंगे। साथ ही घर में अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो उसे तत्काल डॉक्टर के पास ले जाएं। अगर डॉक्टर कोरोना जांच की सलाह देते हैं तो कोरोना जांच कराएं। रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो डॉक्टर के मुताबिक इलाज शुरू कर दें।
मंगलवार के अभियान में लगी करीब 5 हजार डोज –
जिले में मंगलवार को 310 सत्र स्थलों पर अभियान चलाकर करीब 5 हजार डोज लगाए गए। पोर्टल के अनुसार बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या जिले में मंगलवार शाम तक 4220 हो गई है। वहीं टीके का प्रथम खुराक लेने वालों की कुल संख्या 11 लाख 45 हजार के करीब है । जबकि कोरोना रोधी टीके के दोनों खुराक लगवाने वाली की संख्या 8 लाख से ऊपर है।