दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति और कुलसचिव के सम्पूर्ण कार्यकाल की जांच करवाने, ललित नारायण मिथिला विवि में अपने चेहते कई लोगो को एक बजाय कई विभागों का पदभार दे दिया गया है। जिससे कि जिससे कि विवि में काम काज अस्त व्यस्त बना हुआ है। एक विभाग के अध्यक्ष को दूसरे विभाग का अध्यक्ष का जिम्मा भी दे दिया गया है और साथ ही साथ सेंट्रल लाइब्रेरी के निदेशक का भी जिम्मा दे दिया गया है।
इस पर संज्ञान लेते हुए एक लोगो से एक ही विभाग के कार्य लेने, समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर में प्रभारी प्रधनाचार्य के कारण पूरे कॉलेज में अराजकता का माहौल बना हुआ है। पूरा कॉलेज अस्त व्यस्त बना हुआ है। कई बार विवि के अधिकारी को इनके करतूत को बताया गया लेकिन ये विवि के अधिकारी के करीबी रहने के कारण आज तक इन पर कोई करवाई नही हुई है। इनको पद से मुक्त करते हुए इनके पूरे कार्यकाल की जांच करवाने, मिथिला विवि में हाल में वाणिज्य संकाय की डीन के पद पर प्रो एलपी जायसवाल की नियुक्ति की गई है।
जो पहले BRA विवि मुजफ्फरपुर में कार्यरत थे, 2009 से वो मिथिला विवि में प्रधनाचार्य के पद पर कार्यरत है। और वो 2014 में BRA विवि से प्रमोशन लिए है जो जांच का विषय है। इनके प्रमोशन की उच्च स्तरीय जांच करवाने, मिथिलाचंल का एक मात्र constituent (सरकारी) सीएम लॉ कॉलेज में विवि प्रशासन की गलती के कारण आज तीन साल से नामांकन बन्द है। उक्त कॉलेज में लॉ विषय के प्रधनाचार्य के बदले विवि अपने चेहते प्रो विज्ञान के शिक्षक को प्रभारी प्रधनाचार्य बना दिया गया है। और BCI को भी गलत एफिडिफिट बनाकर दिया गया है।
ऐसे गलत कार्य करने वाले अधिकारी को चिन्हित कर करवाई करने, समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर के सहायक प्राचार्य डॉ. राहुल मनहर जिनके द्वारा पिछले दिनों छात्र आंदोलन के क्रम में छात्र-छात्राओं को अश्लील गाली दी गई थी। और मारने की धमकी भी दिया गया था। जिसका वीडियो फुटेज विवि प्रशासन को दिया गया था लेकिन आज तक कोई करवाई नही हुई।
कृपया करवाई करने की गारंटी करने, समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर के पूर्व प्रभारी प्रधनाचार्य वर्तमान में अरबी फारसी विवि के कुलपति डॉ आलमगीर व वर्तमान प्रभारी प्रधानाचार्य के द्वारा यूजीसी फण्ड व कॉलेज कोष की लगभग करोड़ो रूपये के बंदरबाट किया गया। इसकी भी उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग को लेकर आज आइसा ललित नारायण मिथिला विवि से आइसा से प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर महामहिम से समय नही मिलने के कारण राज भवन के ओएसडी से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधि मंडल में आइसा विवि संयोजक सुनील कुमार, आइसा दरभंगा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज शामिल थे। आइसा नेताओ ने बताया कि आज मिथिला विवि प्रशासन की मनमानी चरम पर है। विवि में लूट का माहौल बना हुआ है। मिथिला विवि के कुलसचिव के ऊपर पूर्व में संगीन आरोप भी लगे हुए है। लेकिन फिर भी आज वो कुलसचिव बने हुए है। हालात यह है कि विवि के चारो जिला में शहर में स्थित कई कॉलेज में विवि के अधिकारी अपने चेहते लोग को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाकर सभी कॉलेज में अराजकता की स्थिति पैदा कर दी गई है।
समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर में प्रभारी प्रधानाचार्य द्वारा कॉलेज को अराजकता के माहौल में धकेल दिया गया है। लागातर छात्र नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। कॉलेज कोष व यूजीसी के फण्ड को लूट का चारागाह बना दिया गया हैं। ऐसे प्रभारी प्रधानाचार्य को तत्काल पदमुक्त करते हुए उनके सम्पूर्ण कार्यकाल की जांच की मांग की गई है।
उत्तर बिहार का एक मात्र सीएम लॉ कॉलेज जहा विवि की गलती से आज तीन सत्र से नामांकन बन्द है। विवि द्वारा BCI को गलत एफिडिफिट देकर पुनः नामांकन पर ग्रहण लग गया है। नियम के विपरीत वहां लॉ के शिक्षक के बदले विज्ञान के टीचर को प्रभारी प्राधानाचार्य बना दिया गया है।
आइसा नेताओ ने राजभवन के अधिकारी से अनुरोध किया है कि मंगपत्र में दिए गए सवालों पर त्वरित करवाई किया जाय।