Entertainment: ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि रियलिटी शो के मेकर्स के ऊपर पैसे नहीं देने का आरोप लगा हैं। मनीषा रानी (Manisha Rani) से पहले ‘बिग बॉस’ मराठी के विनर शिव ठाकरे भी ‘बिग बॉस’ के मेकर्स पर पैसे नहीं देने की बात कर चुके हैं, भारतीय टेलीविजन दुनिया में रियलिटी शोज की प्रेरणास्थली के रूप में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इन शोज में भाग लेने वाले प्रतिभागी न केवल दर्शकों के दिलों को जीतने का प्रयास करते हैं, बल्कि जीत के बाद अपने उपलब्धियों का भी आनंद लेना चाहते हैं। लेकिन कुछ समय के बाद, इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं का अनुभव कुछ अलग होता है, जैसा कि हमने हाल ही में देखा है।
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मार्च महीने में हुई डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा 11’ (Jhalak Dikhhla Jaa) की विजेता मनीषा रानी के अनुभव ने एक बार फिर यह साबित किया कि रियलिटी शोज के सफलता के पीछे कई कठिनाइयाँ छुपी होती हैं। उन्होंने अपने व्लॉग पर साझा किया कि अभी तक उन्हें उनकी जीत राशि का पूरा भुगतान नहीं मिला है, और वह जब भी मिलेगा, तो उसमें से 50 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। इस बात ने उनके आर्थिक स्थिति को सामने लाने के साथ ही उनकी संघर्षों की भी झलक दिखाई।मनीषा रानी की इस बात को लेकर कही गई बातों में एक अहम तत्व यह है कि रियलिटी शोज के प्रतिभागियों के लिए सफलता की असली मानवीयता क्या है। शोज की जीत के बाद भी, वे अक्सर अपनी आर्थिक समस्याओं का सामना करते हैं, शिव ठाकरे के मामले में भी, उन्होंने बताया कि उन्हें उनकी जीत राशि का केवल आधा हिस्सा ही मिला, जबकि बाकी का हिस्सा सरकार ने ले लिया। यह भी एक दिलचस्प मामला है जो दिखाता है कि रियलिटी शोज के प्रतिभागियों को अक्सर अपने पुरस्कार में पूरी राशि नहीं मिलती है।
यह सभी मामले साबित करते हैं कि रियलिटी शोज की जीतने वालों की सफलता के पीछे कई अद्भुत और कठिनाईयाँ छुपी होती हैं। ये सीख हमें यह बताती हैं कि सफलता की राह में संघर्ष की स्थिति में हमें हमेशा धैर्य और साहस के साथ काम करना चाहिए।