लैंड फॉर जॉब केस में लालू यादव और उनके परिवार को बड़ी राहत
लालू परिवार को कोर्ट ने दी जमानत
Patna : लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने इस मामले में लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को जमानत दे दी है। यह मामला उस समय का है जब लालू यादव रेल मंत्री थे, और उन पर आरोप है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले जमीनें हासिल की थीं।
कोर्ट का निर्णय और जमानत का आधार
राउज एवेन्यू कोर्ट ने आरोपियों को जमानत देते हुए कहा कि इस मामले में बिना गिरफ्तारी के ही आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया था, इसलिए अदालत ने सभी आरोपियों को एक-एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी। सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अदालत से अनुरोध किया कि राबड़ी देवी, हेमा यादव और मीसा भारती को पहले से मिली जमानत के आदेश की तरह ही निर्देश जारी किए जाएं। अदालत ने सभी आरोपियों को निर्देश दिया कि वे अपने पासपोर्ट अदालत में जमा करें। इस मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर 2024 को होगी।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
लैंड फॉर जॉब स्कैम एक कथित भ्रष्टाचार का मामला है, जो 2004 से 2009 के बीच उस समय सामने आया जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप है कि रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी के पदों पर कई लोगों की नियुक्ति की गई, और इसके बदले उन लोगों ने अपनी जमीनें लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनसे संबंधित एक कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित कीं। सीबीआई की जांच के अनुसार, यह सौदा नकद में हुआ था, और पटना में 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन कथित रूप से लालू यादव के परिवार के कब्जे में थी।
सीबीआई की जांच और चार्जशीट
सीबीआई ने 10 अक्टूबर 2022 को इस मामले में चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुल 16 लोगों को आरोपी बनाया गया। चार्जशीट में आरोप लगाया गया कि लालू यादव ने रेल मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में रेलवे में नौकरियां देने के बदले कई लोगों से जमीनें लीं। जुलाई 2022 में, सीबीआई ने भोला यादव को भी गिरफ्तार किया, जो उस समय लालू यादव के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) थे। सीबीआई का दावा है कि लालू यादव के परिवार ने जिन जमीनों का सौदा किया, वह नकद भुगतान के जरिए हुआ था, और उन जमीनों का उपयोग परिवार ने अपने फायदे के लिए किया।
पिछला आदेश और अगली सुनवाई
इससे पहले, 28 फरवरी 2023 को दिल्ली की अदालत ने लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ समन जारी किया था। इस मामले की जांच लंबे समय से चल रही है, और अब अदालत ने आरोपियों को जमानत देकर राहत दी है। अगले चरण की सुनवाई 25 अक्टूबर 2024 को निर्धारित की गई है, जिसमें आगे की कानूनी प्रक्रियाओं पर विचार किया जाएगा।
लैंड फॉर जॉब स्कैम ने लालू यादव और उनके परिवार के राजनीतिक जीवन को प्रभावित किया है, और यह मामला भारतीय राजनीति में लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है।