बिहार को मिली ग्रीन और ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट की सौगात, जानिए दोनों में अंतर
पटना: केंद्र सरकार ने 1 फरवरी को अपने पूर्णकालिक बजट में बिहार के लिए बड़ी सौगात दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में तीन ग्रीन फील्ड और आठ ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की घोषणा की है। इस फैसले से राज्य में हवाई यातायात का विस्तार होगा और लोगों की यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट में क्या अंतर होता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
क्या होता है ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट?
ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट एक ऐसा हवाई अड्डा होता है जिसे पूरी तरह से नई जगह पर बनाया जाता है, जहां पहले से कोई हवाई अड्डा मौजूद नहीं होता। इसका उद्देश्य नए शहरों और क्षेत्रों में हवाई यात्रा को बढ़ावा देना होता है। इस प्रकार के एयरपोर्ट का निर्माण तब किया जाता है जब मौजूदा हवाई अड्डों की क्षमता पूरी हो जाती है या किसी क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी की जरूरत महसूस की जाती है। ये हवाई अड्डे आधुनिक तकनीक और पर्यावरण के अनुकूल सुविधाओं से लैस होते हैं।
बिहार में बनेंगे तीन ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट
बजट में बिहार के तीन जिलों—सोनपुर, राजगीर और भागलपुर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने की मंजूरी दी गई है। इन नए एयरपोर्ट के निर्माण से लोगों को हवाई यात्रा की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें राज्य के बाहर और अन्य देशों की यात्रा करने में सहूलियत होगी। इसके अलावा, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।
क्या होता है ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट?
ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट उन स्थानों पर बनाए जाते हैं जहां पहले से ही कोई हवाई अड्डा मौजूद होता है, लेकिन उसका विस्तार या पुनर्निर्माण किया जाता है। इस प्रकार के एयरपोर्ट आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में होते हैं और इनका पुनर्विकास मौजूदा बुनियादी ढांचे के अनुरूप किया जाता है। ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट में रनवे का विस्तार, टर्मिनल भवनों का आधुनिकीकरण और अन्य सुविधाओं में सुधार शामिल होता है।
बिहार में बनेंगे आठ ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट
बजट 2025 में बिहार के आठ हवाई अड्डों को ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई है। इनमें बेगूसराय, मुंगेर, गोपालगंज, मोतिहारी, रक्सौल, पूर्णिया, वाल्मीकिनगर और सहरसा शामिल हैं। इन एयरपोर्ट के विकसित होने से क्षेत्रीय हवाई संपर्क में सुधार होगा और स्थानीय व्यापार एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पटना और बिहटा एयरपोर्ट का होगा विस्तार
इसके अलावा, पटना और बिहटा एयरपोर्ट को अपग्रेड करने की भी घोषणा की गई है। पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल फरवरी के अंत तक तैयार हो जाएगा, जिससे यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। वहीं, बिहटा एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार 12,000 फीट तक किया जाएगा, जिससे बड़े अंतरराष्ट्रीय विमानों जैसे एयरबस 320 और बोइंग 737 की लैंडिंग संभव हो सकेगी।
बिहार में ग्रीन और ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट की यह सौगात राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। नए एयरपोर्ट और मौजूदा हवाई अड्डों के विस्तार से हवाई कनेक्टिविटी मजबूत होगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। केंद्र सरकार की इस पहल से बिहार में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।