सारण : बिहार के सारण जिले के एकमा इलाके में दशहरा के मौके पर शनिवार शाम आयोजित जुलूस के दौरान एक हाथी के बेकाबू हो जाने से बड़ा हाद’सा हो गया। भुइली गांव से निकाले गए इस जुलूस में हाथी शामिल था, जो पहले तो सामान्य रूप से चल रहा था, लेकिन जुलूस में भीड़ और शोर-शराबे के कारण हाथी अचानक भड़क गया। इसके बाद, बाजार क्षेत्र में हाथी ने करीब एक घंटे तक उत्पात मचाया, जिसमें उसने कई गाड़ियों को उठाकर फेंक दिया और आसपास के सामान को नुकसान पहुंचाया।
हाथी ने मचाया आतंक, लोगों में भगदड़
जुलूस के दौरान हाथी के भड़कने की वजह से वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। हाथी ने 2 चारपहिया और 3 दोपहिया वाहनों को तोड़ दिया और मुख्य सड़क पर जमकर उत्पात मचाया। घटना के बाद जुलूस में शामिल लोग इधर-उधर भागने लगे, और वहां भगदड़ का माहौल बन गया। कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा भी किया, जिसमें हाथी को गाड़ियों को खिलौनों की तरह उठाकर फेंकते हुए देखा जा सकता है।
महावतों ने कड़ी मशक्कत से पाया काबू
इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर मौजूद अन्य हाथियों के महावतों ने कोशिशें शुरू कीं। उन्होंने किसी तरह बेकाबू हाथी को भीड़-भाड़ वाले इलाके से बाहर निकालकर एक सुनसान बगीचे में पहुंचाया। हालांकि, इस दौरान हाथी ने खेत में काम कर रहे एक किसान पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौ’त हो गई। इस हादसे के बाद मेला क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
हाथी के बेकाबू होने का कारण
स्थानीय लोगों के अनुसार, हाथी के बेकाबू होने की वजह जुलूस में शोर-शराबा और अचानक सामने आ जाने वाले वाहन हो सकते हैं। जुलूस में पहले तो हाथी शांत था, लेकिन भीड़ के हल्ला मचाने और वाहनों की आवाज से वह अचानक भड़क गया। इस घटना के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है।
प्रशासन की कार्रवाई और जांच
हादसे के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को शांत करने के प्रयास में जुट गई। प्रशासन का कहना है कि हाथी के बेकाबू होने की पूरी घटना की जांच की जाएगी, और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मृ’तक किसान के परिवार को उचित मुआवजा देने की घोषणा भी की गई है।