बोधगया: “महाबोधि मंदिर में चोरी: भिक्षु का रुपए चोरी, VIDEO वायरल”
बोधगया: बिहार के बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर के गर्भगृह से चोरी का मामला सामने आया है। इसमें चोरी करने वाला शख्स एक बौद्ध भिक्षु निकला है। उसके चोरी करते हुए की गई वीडियो में मंदिर से पैसे चुराते हुए है। अद्भुत बात यह है कि चोरी के बाद उसने भगवान बुद्ध के पैर छूकर उन्हें नमन भी किया। इस मामले ने समाज में चौंकाहट और आश्चर्य का वातावरण बना दिया है। लोग इस घटना के साथ धर्म और नैतिकता की चरम सम्मान और अपमान की विविधता पर विचार कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
बोधगया का महाबोधि मंदिर विश्व में एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां भगवान बुद्ध ने अपने ज्ञान का प्राप्ति किया था। प्रतिवर्ष, लाखों बौद्ध श्रद्धालु, भिक्षु, और पर्यटक यहां आते हैं। इन दिनों, वे महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध को नमन करते हैं और महाबोधि वृक्ष के नीचे ध्यान करते हैं। गर्भगृह में, भगवान बुद्ध की प्रतिमा के नीचे दानपेटी रखी गई है, जिसमें श्रद्धालु रुपए दान करते हैं। मंदिर प्रबंधन की देखरेख के लिए, बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति बौद्ध भिक्षुओं का ध्यान रखती है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से, गर्भगृह में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यह स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का धनी है और आध्यात्मिक परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
गर्भगृह में दानपेटी से रुपए चोरी का वायरल वीडियो ने चौंकाने वाले मामले को सामने लाया है। उसमें एक बौद्ध भिक्षु, पहचान में भिक्षु धम्मिका के रूप में, दान से मिले रुपए को चोरी करते हुए दिख रहा है। उसने पहले धन को उठाया, फिर अपने वस्त्र के अंदर छिपा लिया और बाद में भगवान बुद्ध के पैरों को स्पर्श किया। यह घटना न केवल धार्मिक संस्कृति को अपमानित करती है, बल्कि समाज में विश्वास की घातक धारा को भी दिखाती है।
महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में अक्सर विदेशी पर्यटक श्रद्धा और आदर के साथ रुपए डालते हैं। हालांकि, पहले भी मंदिर परिसर में विदेशी पर्यटकों के बीच बौद्ध भिक्षुओं के लिए दान के दौरान झगड़े और मारपीट के मामले सामने आए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से, मंदिर की सुरक्षा कई लेयरों में की जाती है, जिसमें सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा कर्मियों की ताकतवर प्रतिबंधकता शामिल है। यह घटनाएँ न केवल स्थानीय सुरक्षा की महत्ता को उजागर करती हैं, बल्कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए नीतियों और उपायों की आवश्यकता को भी दिखाती हैं।
गया पुलिस, बीएमपी, और महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति ने निजी सुरक्षा गार्डों की तैनाती की है, जिसमें मंदिर के गर्भगृह भी शामिल है। हालांकि, बौद्ध भिक्षुओं द्वारा पैसे की चोरी का मामला सामने आया है, जो सुरक्षा में किसी न किसी चूक को दिखाता है। इस घटना ने सुरक्षा की जरूरत को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है, जिससे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।