पटना : सामाजिक, सांस्कृतिक और क्रीड़ा संस्था नवशक्ति निकेतन के तत्वावधान में आज संस्था के कोषाध्यक्ष सह क्रीड़ा सचिव रहे स्वर्गीय एहसान अली अशरफ के असामयिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। यह सभा नवशक्ति सामुदायिक भवन सभागार में आयोजित की गई, जिसमें स्वर्गीय अशरफ के व्यक्तित्व और योगदान पर वक्ताओं ने गहन चर्चा की और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
समर्पित जीवन और योगदान पर प्रकाश
सभा के दौरान वक्ताओं ने स्वर्गीय एहसान अली अशरफ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन कौमी एकता, सामाजिक सेवा और खेल के प्रति समर्पित था। उन्होंने पांच दशकों तक *नवशक्ति निकेतन* को निरंतर आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जरूरतमंदों की सहायता के लिए वे हमेशा तत्पर रहते थे और सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी रुचि थी।
वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय अशरफ ने कालजयी शायर शाद की स्मृति को बनाए रखने में भी अमूल्य योगदान दिया। उनका सामाजिक जीवन सक्रियता और प्रेरणा का प्रतीक था। खेल, संस्था और पार्क उनकी प्राथमिकताएं थीं, और वे इन क्षेत्रों में अपना प्राण बसाते थे।
संस्था के सदस्यों की श्रद्धांजलि
इस अवसर पर नवशक्ति निकेतन के अध्यक्ष रामशंकर प्रसाद और महासचिव कमलनयन श्रीवास्तव ने उनके योगदान पर प्रकाश डाला। चंद्रमोहन यादव उर्फ मुन्ना ने कहा कि संस्था को जीवंत बनाए रखना ही स्वर्गीय अशरफ के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सभा में उपस्थित अन्य सदस्यों में ई. दिनेश, सैयद मोजाफ्फर रजा, प्रशांत सिन्हा, राजीव रंजन कुमार, हरेंद्र आजाद, मनोज कुमार मिश्रा, आसिफ अजीमबादी, हरीश नारायण, सुस्मिता रतन, फैजान अली, सारिक अहमद रंगरेज, रमाकांत वर्मा, शमाल अहमद, नरेश पासवान, पार्षद प्रतिनिधि संजीव कुमार, बृजेश गोस्वामी, सुधांशु कुमार, और संजर अली ने भी स्वर्गीय अशरफ को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
श्रद्धांजलि सभा का उद्देश्य
इस शोक सभा का उद्देश्य स्वर्गीय अशरफ के जीवन के उन पहलुओं को याद करना था, जिन्होंने समाज और संस्था को प्रेरित किया। वक्ताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सामाजिक सौहार्द, खेल और जरूरतमंदों की सहायता में जो प्रयास किए, वे अनुकरणीय हैं। उनकी स्मृतियों को जीवित रखना और उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस आयोजन ने न केवल स्वर्गीय एहसान अली अशरफ को याद किया, बल्कि उनकी प्रेरणादायक भूमिका को समाज के सामने प्रस्तुत किया। सभा में उपस्थित लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को बनाए रखने का संकल्प लिया।