दरभंगा : लक्ष्मीपुर पतोर निवासी शिवजी मंडल को 14 अक्टूबर को घर से खींचकर बेरहमी से पीटने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित शिवजी मंडल और उनके परिवार का आरोप है कि उच्च जाति के लोगों ने जातीय विद्वेष के चलते उन्हें अधमरा कर खेत में फेंक दिया। आरोपियों में संदीप मिश्र, अविनाश मिश्र, वीरेंद्र मिश्र, मनीष मिश्र, राहुल कुमार मिश्र, और रंजू देवी शामिल हैं। हालांकि घटना के लगभग 10 दिन बाद भी पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है, जिससे पीड़ित परिवार और गांव के लोग भयभीत हैं।
शिवजी मंडल के पिता विजय मंडल का कहना है कि वे धानुक समाज से आते हैं और पिछड़ी जाति से होने के कारण उनके बेटे को बेवजह निशाना बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उच्च जाति के संदीप मिश्र और उसके साथियों ने उनके बेटे को घर से खींचकर पीटा और बाद में अधमरी हालत में छोड़ दिया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घटना की पूरी तस्वीर
शिवजी मंडल ने बताया कि संदीप मिश्र अचानक उनके घर आकर उन्हें पकड़ लिया और बिना कोई बात समझाए मारने लगा। आरोपियों ने उन्हें चोरी का झूठा इल्जाम मोटर का चोरी लगाते हुए मोतनाजे चौर की तरफ ले जाकर उनके हाथ-पैर बांधे, मुंह में कपड़ा ठूंसा और बेरहमी से पीटा। संदीप मिश्र ने उनके ऊपर पेशा’ब भी किया और धमकी दी कि उनकी ह’त्या कर चौर में फेंक दिया जाएगा। घटना के दौरान उनका मोबाइल फोन और जेब में रखे 600 रुपये भी लूट लिए गए।
शिवजी मंडल की मां आशा देवी ने कहा कि उनके बेटे को जबरन घर से खींचकर ले जाया गया, जिसके बाद उन्होंने थाना में सूचना दी। जब उनका बेटा देर शाम लंगड़ाते हुए घर लौटा, तो उसकी हालत बेहद खराब थी। परिवार ने उसे तत्काल इलाज के लिए बहादुरपुर अस्पताल पहुंचाया।
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ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और पुलिस की निष्क्रियता
घटना के बाद गांव के मुखिया फेकन पासवान ने कहा कि शिवजी मंडल के शरीर पर एक ही जगह पर कई लाठियों के निशान थे। उन्होंने आरोप लगाया कि चोरी का झूठा आरोप लगाकर इस बर्बरता को अंजाम दिया गया। मुखिया का कहना है कि अगर शिवजी मंडल ने चोरी की होती, तो इसकी शिकायत ग्राम कचहरी, थाना या प्रशासन से की जा सकती थी, लेकिन आरोपियों ने सीधे-सीधे कानून हाथ में लेकर जानलेवा हमला किया।
मुखिया ने कहा कि संदीप मिश्र और अन्य आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि पहले से रही है, इसके बावजूद पुलिस अब तक निष्क्रिय बनी हुई है। इस घटना के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
सरपंच और मुखिया की मांग
सरपंच महेंद्र दास ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जब वे मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने शिवजी मंडल को बेहोशी की हालत में पाया। जब इसकी सूचना थाना को दी गई, तो पुलिस ने पहले इलाज करवाने को कहा। सरपंच और मुखिया ने मिलकर पीड़ित को अस्पताल भिजवाया, लेकिन अब तक पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
मुखिया फेकन पासवान और सरपंच महेंद्र दास ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी से ही गांव के लोगों में सुरक्षा का माहौल बन सकेगा। मंडल समाज इस घटना के बाद डरा हुआ है, लेकिन पुलिस की चुप्पी से अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है।