समस्तीपुर : विभूतिपुर थाना थाना क्षेत्र अंतर्गत नरहन वार्ड 14 निवासी शंकर महतो और पुतुल देवी के इकलौते पुत्र अजय कुमार महतो उम्र लगभग १९ वर्ष का शव रविवार को जब हरियाणा से गांव पहुंचा तो स्वजनों में चीख पुकार मच गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
आपको बता दे की ना जाने विभूतिपुर की सरजमी को किसकी लग गई है नजर । बिहार से जहा पलायन कर दूसरे राज्य को मजदूर जाते है । वही अब लौट कर आने का आसार बहुत कम हो रहा है । बिगत एक साल के अंदर विभूतिपुर के सैकड़ों मजदूर की लाश एंबुलेंस से आ रही है और बहुत से घर का चिराग बुझ रही है। और इनमे ज्यादा तर युवा ही शामिल है ।
आखिर यह एक गंभीर समस्या है जो की पहले अपने बेटे को को फौज में भेजते थे तो अपने सर पर कफ़न बांध कर लेकिन अब अगर अपना पेट पालने के लिए भी अगर अपने घर से दूर जा रहा बेटा तो अब सर पर कफ़न बांध कर ही भेज रहे है ।
जिस तरह से बिहार का हालात है अभी मजदूरों के लिए ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए और बिहार में ही रोजगार का उपाय पर काम करनी चाहिए।
बिहार को अब है मजदूरों की फैक्ट्री नही बनाना बल्कि उद्योगो को बढ़ानाचाहिए सरकार को । आपको बता दे की खास कर विभूतिपुर के लिए महज कुछ महीनो से कला दिन रह रहा है ।