‘देख रहे हो विनोद’ यानी अशोक पाठक
मिलिए शान-ए-बिहार ''अशोक पाठक'' से; अपनी मासूमियत कलाकारी के लिए जाने जाते है
Shaan-e-bihar: मिलिए शान-ए-बिहार अशोक पाठक (Ashok Pathak) से एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने अपनी मासूमियत कलाकारी से सोशल मीडिया और इंटरनेट को हिला दिया। उनकी विनोद की छवि ने लोगों के दिलों में जगह बना ली। उनकी प्रसिद्ध “पंचायत” (Panchayat) सीरीज़ में विनोद के किरदार ने एक अद्वितीय पहचान बना ली। जिससे उसका प्रभाव दर्शकों के दिलों में गहरा हो गया।
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एक कहावत है “तैय़ारी इतनी ख़मोश से कीजिये की आपकी सफलता आपकी शोर मचाते फिरे” उन्होंने अपने किरदार को इतनी संवेदनशीलता और जीवंतता से निभाया “पंचायत” सीरीज़ ने आम लोगों की दिनचर्या और जीवन की छोटी-छोटी बातों को एक नए दृष्टिकोण से पेश किया। अशोक पाठक की कला और प्रतिभा ने विनोद के किरदार को अद्वितीय बना दिया। वह एक ऐसा नाम बन गए हैं जिसका इंटरनेट पर अपना अलग ही जगह है, और लोग उनके कलाकृति को हमेशा स्मरण करेंगे।
अशोक पाठक का जीवन एक प्रेरणादायक यात्रा का परिचय है, आशोक मूलता बिहार के शारन गावं से तालुक रखते है लेकिन बिहार मे बेरोजगारी की मार इनके परिवार को भी झेलना पड़ा ओर पुरे परिवार हरियाणा के हिसार को पलायन किये रोजी रोटी की तलाश मे ।
हालांकि, अपने सपनों को पूरा करने की लालसा और हिम्मत अशोक को उसके रास्ते से हटने नहीं दी। अशोक मानता है कि शिक्षा ही उसके सपनों का माध्यम हो सकती है, और उन्होंने एम ए की शिक्षा प्राप्त की। दोस्तों की सलाह पर, उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में प्रवेश पाया, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा।हार नहीं मानते हुए, अशोक ने भारतेंदु नाट्य एकेडमी लखनऊ में अपनी पढ़ाई जारी रखी। वहां उन्होंने अपनी कला को और प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने इंटर्नशिप की और फिर अपनी किस्मत आजमाने के लिए मुंबई की ओर रवाना हुए। उन्होंने धरातल पे ढ़ेरो सारी नाटक निर्देशित किए और इनमें से एक नाटक में 40 हजार रुपये की मान्यता प्राप्त की। यह धन उन्हें नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया, उन्होंने अपने सपनों की खोज मुंबई में जारी रखी।
अशोक पाठक ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत “बीटू बॉस” (Bittu Boss) से की, और उसके बाद कई फिल्मों में अपना अभिनय किया। 2015 में, उन्होंने अंग्रेजी फिल्म “The Second Best Exotic Marigold Hotel” में भी अभिनय किया, जो की एक अच्छी संघर्ष की कहानी है उनके कैरियर का अगला चरण वेब सीरीज़ के साथ आया, और “पंचायत” सीरीज़ ने उन्हें रातों रात स्टार बना दिया। उन्होंने अपनी मासूमियत और अभिनय से लोगों के दिलों में जगह बना ली।
अब उनका फिल्मी सफर फिर से नए मोड़ पर है। 19 मई को, उनकी एक और फिल्म सिस्टर मिडनाइट और 28 मई को “पंचायत” का सीजन 3 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हो रहा है। यह उनके प्रशंसकों के लिए एक अद्भुत अभिनय और मासूमियत फिर से दर्शकों के दिलों में छायेगी, और उन्हें फिर से स्क्रीन पर देखकर खुश होगे।
अशोक कहते है सरल और सजग रहना सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वह खुद को हमेशा बिहार की बेटा के रूप में प्रस्तुत करते हैं और अपनी समृद्ध विरासत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहार के बेटा अशोक पाठक को गाम घर न्यूज़ (Gaam Ghar News) की तरफ से ढ़ेरो शुभकामनायें।