समस्तीपुर : मुंगेर जिले में रविवार की सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब श्रद्धालुओं से भरी एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने नाले में जा फंसी। इस दुर्घटना में दर्जनों यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई। यह हादसा हवेली खड़गपुर-जमुई मुख्य मार्ग पर रामनकाबाद स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास हुआ।
बस में सवार सभी यात्री तारापीठ से समस्तीपुर की ओर जा रहे थे, जब ड्राइवर को झपकी आ गई और बस नियंत्रण खो बैठी। घटना के समय बस सड़क किनारे लगे लोहे के बैरियर को तोड़ते हुए सीधे नाले में जा घुसी। सौभाग्य से बस पर सवार किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित बच गए। हालाँकि, दुर्घटना से सड़क किनारे बनी दुकानों और कुछ मकानों को नुकसान पहुंचा, जिसके चलते स्थानीय लोगों ने मुआवजे की मांग की है।
हादसे की पूरी जानकारी
हादसे की शुरुआत तब हुई जब श्रद्धालुओं से भरी यह बस रामनकाबाद से गुजर रही थी। सुबह का समय था और ड्राइवर ने शायद पूरी रात जागने के कारण थकान महसूस की होगी। यात्रियों के अनुसार, अचानक बस अनियंत्रित हो गई और चालक कुछ कर पाता, इससे पहले ही बस लोहे का बैरियर तोड़ते हुए नाले में फंस गई। गनीमत रही कि नाले में फंसी बस पलटी नहीं, जिससे यात्रियों की जान बच गई।
बस चालक को आई झपकी
यह हादसा संभवतः बस चालक को झपकी आने की वजह से हुआ। चालक ने बस पर से अपना नियंत्रण खो दिया था, और इसके चलते बस सीधे नाले में जा घुसी। हालाँकि इस दुर्घटना में बस में सवार सभी लोग सुरक्षित रहे, मगर यह घटना बहुत बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी।
स्थानीय लोग हुए आक्रोशित
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिला। सड़क के किनारे दुकानों और मकानों को इस हादसे से काफी नुकसान पहुंचा है। कई दुकानों का सामान बिखर गया और मकानों की दीवारों को भी क्षति पहुंची है। इसके चलते स्थानीय लोग अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस दुर्घटना के कारण उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है और प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।
यात्री हुए सहमे
इस हादसे के बाद बस में सवार श्रद्धालु काफी डर गए थे। उनमें से कई लोग यह समझ ही नहीं पाए कि यह सब कैसे हुआ। घटना के बाद बस से बाहर निकले यात्रियों ने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। यात्री तारापीठ से समस्तीपुर लौट रहे थे और पूरी यात्रा के दौरान वे भक्ति में लीन थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। नाले में फंसी बस को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया और यात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। प्रशासन ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं ताकि पता लगाया जा सके कि यह हादसा किस वजह से हुआ। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
मुंगेर में हुआ यह हादसा एक बड़ी त्रासदी में बदल सकता था, लेकिन सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई। यह घटना एक बार फिर से ड्राइवरों के लिए सतर्क रहने और सड़क पर ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता को उजागर करती है, खासकर लंबी यात्राओं के दौरान। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न केवल ड्राइवर की जिम्मेदारी है, बल्कि प्रशासन को भी सड़कों की स्थिति और यातायात सुरक्षा उपायों पर ध्यान देना चाहिए।