बिहारभाषा-साहित्यशिक्षासमाचारसहरसा
मैथिली एवं हिन्दी साहित्य के जनकवि थे डाॅ मनोरंजन झा, उनके नाम पर विश्वविद्यालय मे स्थापित हो चेयर: प्रो केष्कर ठाकुर
सुभाष चन्द्र झा की रिपोर्ट
सहरसा: पीजी सेंटर पश्चिम परिसर में रविवार को मैथिली के प्रकांड विद्वान स्वर्गीय डॉक्टर मनोरंजन झा की 13वीं पुण्यतिथि समारोह भव्य पूर्वक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो डॉ केष्कर ठाकुर, डॉ संजय कुमार मिश्र, डॉ कुलानंद झा, डॉ रेनू सिंह,प्रो के एस ओझा,मुकेश कुमार सिंह,सुरेन्द्र झा गोपाल, डाॅ रामनरेश सिंह, ई रमेश कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहित उपस्थित सभी लोगों ने डॉ मनोरंजन झा के चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
डॉ कुलानंद झा के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में काव्य गोष्ठी के काव्य गोष्टी का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रो रामचैतन्य धीरज,लीना झा, मो मुख्तार आलम,विक्रमादित्य,गीतकार नवल मिश्र,धीरेंद्र झा,सहित अन्य लोगों ने काव्य पाठ कर साहित्यिक गतिविधि को जीवंत कर दिया। वही वक्ताओं ने डॉ झा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वर्गीय झा जीवन पर्यंत सत्य निष्ठा इमानदारी के साथ समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगों की पीड़ा को अपनी लेखनी में उकेरा।स्व डॉ मनोरंजन झा का बहुआयामी व्यक्तित्व था। साहित्य के साथ-साथ वह राजनीति में भी सघन अभी रुचि रखते थे।
साहित्य में उन्होंने दलित वंचित और शोषित तबकों के साथ ही समाज में व्याप्त प्रशासनिक भ्रष्टाचार पर अपनी कलम से प्रहार किया है। उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी की सामाजिक विषमता के बढ़ते दायरे को रोकने के लिए बुद्धिजीवी वर्ग आगे आवे।वक्ताओं ने कहा कि स्व मनोरंजन झा विश्वविद्यालय में सीनेट सिंडिकेट अध्यक्ष के रूप में जीवन पर्यंत बने रहे। वह सच्चे अर्थों में कॉलेज शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी छात्र नेता के रूप में कार्य निर्भीक एवं निडरता के साथ की।डॉ मनोरंजन झा जन कवि थे।जिन्होंने बड़े बेबाकी से भ्रष्टाचार में लिप्त नेता अफसर ठेकेदार पर चोट करते हुए अपनी आवाज को मुखरित किया। मुख्य अतिथि डॉ केष्कर ठाकुर ने कहा कि पीजी सेंटर एवं एमएलटी कॉलेज के द्वारा उन पर शोध पत्र प्रकाशित कर भव्य समारोह मनाया जाना चाहिए।
वहीं अन्य वक्ताओं ने डॉ मनोरंजन झा के नाम पर विश्वविद्यालय में चेयर स्थापित किए जाने की मांग की। डॉ कुलानंद झा ने कहा कि डॉ मनोरंजन झा के द्वारा पंडित छेदी झा द्विजवर पर पीएचडी शोध सहित अन्य अप्रकाशित रचनाओं को उनके सुपुत्र सत्य प्रकाश एवं उनकी धर्मपत्नी के सहयोग से प्रकाशित किया जाएगा। इस अवसर पर सुरेंद्र झा गोपाल,प्रो देवानंद झा,अरुण कुमार झा,डा डीएन साह,डॉ रामनरेश सिंह,प्रो रंजीत सिंह, त्रिभुवन सिंह लॉ कॉलेज के पूर्व प्राचार्य मुकेश सिंह, प्रोफेसर विद्यानंद मिश्र,ई रमेश कुमार सिंह, प्रो गौतम कुमार,अंशुमान आनंद, राहुल झा, राम चैतन्य धीरज, डी एन सिंह,रेणु सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की।इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ संजय कुमार मिश्र तथा डॉ कविता कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वही इस कार्यक्रम में डॉक्टर नरेंद्र नाथ झा, डॉक्टर रमन कांत चौधरी, नवल मिश्र, डॉ लीना कुमारी, डॉ रजनीश कुमार सिंह, डॉ रेनू झा, धीरेंद्र झा, प्रांजल सुमन, डॉ बिजली प्रकाश, राजन कुमार, वेद प्रकाश, स्वरूप रंजन,अक्षय झा,सहित अन्य मौजूद थे.