समस्तीपुर के डॉ. ‘राज भूषण चौधरी’ पहली जीत के साथ मंत्री बने
कौन है राज भूषण चौधरी? रोसड़ा में चला रहे अपना अस्पताल
समस्तीपुर : मुजफ्फरपुर से भाजपा सांसद डॉ. राजभूषण चौधरी निषाद (Raj Bhushan Choudhary), जो अब राज्यमंत्री बने, रोसड़ा में उत्साह और हर्ष का अद्वितीय माहौल बिखेर रहे हैं। संभावित मंत्रियों की लिस्ट में उनका नाम आते ही सोशल मीडिया पर बधाइयों का सिलसिला जारी हो गया था। रोसड़ा में लोग उनके उपरांत नई उम्मीदें और स्वप्न जगाने की उमंग से भरे हुए हैं।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम की शुरुआत से ही लोग अपने घरों में टीवी से जुड़े रहे, जबकि चौक-चौराहों पर इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों के सामने भी भीड़ जमी रही। रोसड़ा शहर के डॉ. राजभूषण चौधरी के मंत्री बनने की खबर से शहरवासियों में काफी उत्सुकता और उत्साह था। वे रोसड़ा (Rosera) में अपनी अस्पताल चला रहे हैं और उनकी लोकप्रियता शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
46 वर्षीय डॉ. राजभूषण ने पहली बार सांसद बनकर लोगों को खुशी की दोगुनी मिली है। उन्हें मंत्री बनने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ है। मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) लोकसभा सीट से उन्होंने कांग्रेस के अजय निषाद को 2,34,927 वोटों से पराजित किया है। वह पिछली बार 2019 में भी वीआईपी के टिकट पर लड़े थे, पर उन्हें अजय निषाद से हार गई थी। इस बार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे कांग्रेस में शामिल हो गए और अजय निषाद को शिकस्त दी।
पांच साल पहले राजनीति के मैदान में उतरे’
पांच साल पहले राजनीति में प्रवेश करते समय डॉ. राजभूषण चौधरी के लिए अनुभव थोड़ा मुश्किल रहा। 2019 में वे वीआइपी से उम्मीदवार बनकर भाजपा के अजय निषाद के खिलाफ चुनाव लड़े, लेकिन बड़े अंतर से हार गए। लेकिन हार के बावजूद, वे हिम्मत नहीं हारे और राजनीतिक दिशा को बदला। 2022 में भाजपा में शामिल होने के बाद, उनकी स्वच्छ छवि ने उन्हें पार्टी की हाईकमान तक पहुंचने में मदद की। भाजपा ने अजय निषाद को टिकट नहीं दिया और डॉ. राजभूषण को उम्मीदवार बना दिया। भले ही संसदीय क्षेत्र के पूरी तरह से अनजान थे, लेकिन उन्होंने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नाम और अपनी छवि पर चुनाव लड़ा। चार साल में ही समय का परिवर्तन हो गया, और बिहार में उन्होंने वोटों के सबसे अधिक अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसे पर खरे उतरकर इसका इनाम पाया।
पीएम ने कही थी ये बात’
चुनाव प्रचार के दौरान पताही हवाई अड्डा के मैदान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “जीतकर आओ, तुम्हारे लिए अच्छा सोचते हैं।” आज उन्होंने अपना वादा पूरा किया है। डॉ. राज भूषण चौधरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इस पहली जीत के साथ ही मंत्री पद प्राप्त करने से वे बिहार में भाजपा के निषाद चेहरा भी बन जाएंगे। उन्हें वीआइपी के मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) और कांग्रेस में शामिल हुए अजय निषाद (Ajay Nishad) की कट साबित करने का अवसर मिल सकता है।
पेशे से चिकित्सक हैं राज भूषण चौधरी’
डॉ. राज भूषण चौधरी, जो चार जुलाई, 1977 को जन्मे हैं, पेशे से चिकित्सक हैं। उनका अपना अस्पताल समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में है। उन्होंने पाटलिपुत्र मेडिकल कालेज, धनबाद से एमबीबीएस और डीएमसीएच, दरभंगा से एमडी किया है। हसनपुर कालेज, समस्तीपुर से इंटर किया गया। उनकी पत्नी, डॉ. कंचनमाला भी पेशे से डाक्टर हैं। उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत वीआइपी से की और इसके संस्थापक सदस्य, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी रहे हैं। वर्ष 2022 में भाजपा में शामिल होकर उन्हें बिहार प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष बनाया गया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े हैं’
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा से उम्मीदवार बनकर, डॉ. राज भूषण ने सांसद अजय निषाद को 2.34 लाख वोटों से पराजित किया। उन्होंने बिहार में सबसे अधिक वोटों से जीत दर्ज की। इसके अलावा, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं और नेशनल एसोसिएशन आफ फिशरमैन के नई दिल्ली के बिहार प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने भारतीय दंडागेंद महासंघ, बिहार चैप्टर के अध्यक्ष के रूप में भी सेवाएं दी हैं। उन्होंने 2008 से नशामुक्त समाज के संकल्प के साथ नशामुक्ति अभियान भी चलाया है।