बेगूसराय में डॉ. रमन किशोर ने लगाया 190वां निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर
चेरिया-बरियारपुर प्रखण्ड के सकरबासा गांव में डॉ. रमन ने ''Let's Inspire Bihar'' के बैनर तले निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। यह शिविर सौरव की अगुआई में आयोजित हुआ।
बेगूसराय : चेरिया-बरियारपुर प्रखण्ड अंतर्गत सकरबासा गाँव में डॉ. रमन किशोर (MD, AIIMS Patna) के नेतृत्व में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर ”Let’s Inspire Bihar” के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसकी अगुआई सकरबासा ग्राम निवासी सौरव ने की। इस अवसर पर डॉ. रमन किशोर के साथ डॉक्टर्स की टीम और सभी अतिथियों का गाँव के बुद्धिजीवियों द्वारा अंग वस्त्र और पौधा देकर सम्मान किया गया।
शिविर में डॉ. रमन किशोर (Dr. Raman Kishore) के साथ डॉ. सलमान, डॉ. सोनिका, राजकुमार, आनंद कुमार, और सुधाकर बर्मा की टीम ने करीब 250 लोगों का मुफ्त स्वास्थ्य जांच किया। शिविर में कई नए मरीजों की पहचान कर उन्हें मुफ्त उपचार की सुविधा दी गई और निःशुल्क दवाइयों का भी वितरण किया गया। यह ग्रामीणों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल थी, क्योंकि इस गांव में पहली बार इस प्रकार का स्वास्थ्य शिविर आयोजित हुआ। ग्रामीणों ने इस प्रयास की सराहना की और इसे गाँव के लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक नई शुरुआत बताया।
डॉ. रमन किशोर का यह 190वां निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर था। पिछले चार वर्षों में उन्होंने और उनकी टीम ने 25,000 से अधिक लोगों का मुफ्त उपचार किया है। उनकी इस सामाजिक सेवा का उद्देश्य गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। शिविर में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों की विशेष जांच की गई और उन्हें आवश्यक उपचार प्रदान किया गया। शिविर के दौरान कई गंभीर बीमारियों का भी पता चला, जिनके लिए आगे के उपचार की व्यवस्था की गई। डॉ. रमन किशोर और उनकी टीम की इस पहल ने गाँव के लोगों के बीच स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई और उन्हें मुफ्त में बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्राप्त करने का अवसर दिया।
डॉ. रमन किशोर का मानना है कि शुरुआती चरण में बीमारियों की पहचान कर उनका ससमय इलाज किया जाए, तो कई गंभीर बीमारियों को जानलेवा होने से रोका जा सकता है। उनका उद्देश्य ऐसे लोगों का पता लगाना है, जिनकी बीमारी शुरुआती अवस्था में है, ताकि समय रहते उचित उपचार किया जा सके। डॉ. रमन और उनकी टीम का यह भी प्रयास रहता है कि ग्रामीण क्षेत्रों के अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क पहुंचाई जा सकें। विशेष रूप से हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को नियमित दवाई लेने के लिए प्रेरित किया जाता है, ताकि उनकी स्थिति बिगड़ने से पहले ही नियंत्रित की जा सके।
डॉ. रमन के अनुसार, बदलती जीवनशैली के कारण गांवों के लोग भी अब हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह जैसी बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए संतुलित आहार, फल-सब्जियों का सेवन और नियमित व्यायाम अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि यदि लोग अपनी जीवनशैली में सुधार करें, तो इन बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है। उनके शिविरों के माध्यम से वे न केवल लोगों का इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करते हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य समस्याओं का प्रसार रोका जा सके।
पिछले चार वर्षों से डॉ. रमन और उनकी टीम छुट्टियों के दिनों में नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर रही है। इस दौरान हजारों लोगों का मुफ्त इलाज किया गया है और कई गंभीर बीमारियों की पहचान कर उचित उपचार प्रदान किया गया है। उनके इन प्रयासों ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव को दूर करने में अहम भूमिका निभाई है।
डॉ. रमन इस नेक काम के लिए अपने वेतन का अधिकांश भाग खर्च करते हैं, जिससे वे गरीब और जरूरतमंद लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचा सकें। उनका मानना है कि स्वास्थ्य सेवा हर व्यक्ति का अधिकार है और वे इसे अपने व्यक्तिगत प्रयासों से सुनिश्चित करने का काम कर रहे हैं। उनके इस समर्पण ने उन्हें न केवल एक कुशल चिकित्सक के रूप में प्रतिष्ठित किया है, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी एक मिसाल कायम की है।
कार्यक्रम में मनोज कुमार रौशन, राम चंद्र यादव, टीम प्रियम, सत्यम चंद्र, नवनीत रंजन, रक्षणदा भारद्वाज और अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। इन सभी ने शिविर के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ग्रामीणों की सहायता की। उनके सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित किया गया, जिससे गाँव के लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं मिल सकीं। सभी कार्यकर्ताओं ने टीम भावना के साथ इस शिविर को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।