Patna : पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के शनिवार के दिन एक घटना ने राजनीतिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। भाजपा नेता और पाटलिपुत्र के कैंडिडेट रामकृपाल यादव के काफिले पर गोलियां बरसाई गईं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
इस हमले के बाद, बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया और बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नीतीश कुमार की सरकार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू परिवार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में, चौधरी ने कहा कि यह हिंसा की श्रृंखला पाटलिपुत्र और सारण में चुनावी प्रक्रिया को बिगाड़ दी है।
पाटलिपुत्रा लोकसभा सीट से लालू यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव लड़ रही हैं, जबकि सारण में उनकी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्या बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। इस घटना ने न केवल चुनावी माहौल को हिंसात्मक बनाया है, बल्कि यह भी राजनीतिक पारितंर्त्य को दर्शाता है, जहां परिवारिक राजनीति को एक नई मुख्य-धारा के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए, सम्राट चौधरी ने लालू परिवार को हिंसा के माध्यम से चुनाव जीतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लालू और राजद के गुंडे अपनी गुंडागर्दी के लिए मशहूर हैं, जिसका अर्थ है भ्रष्टाचार और अराजकता।
लालू के दोनों बेटियों, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य, के चुनावी क्षेत्रों में हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। सारण और पाटलिपुत्र दोनों ही जगहों पर चुनाव के बाद गोलियां चलाई गईं। सारण में गोली लगने से मौत के बाद भारी बवाल हुआ और कई दिनों तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था।
चुनाव के बाद शनिवार को भाजपा नेता रामकृपाल यादव का काफिला निकल रहा था। उसी समय अज्ञात बदमाशों ने गोलियां चलाई, जिसमें एक बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गया। पटना पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और अब तक 9 नाम जद और 40 अज्ञात अभियुक्त बनाए गए हैं। एक अभियुक्त, विकास कुमार, की गिरफ्तारी कर ली गई है। पटना पुलिस के वरीय अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। जांच जारी है और कानूनी कार्रवाई की तत्परता है।