Lawrence Bishnoi गैंग के नाम पर धमकी देने वाला ‘फर्जी गैंगस्टर’ गिरफ्तार
Lawrence Bishnoi गैंग के नाम पर धमकी देने वाला दिल्ली से गिरफ्तार, जानिए कैसे बना 'फर्जी गैंगस्टर'
Delhi : बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव को हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर धमकी देने वाले आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। इस व्यक्ति का नाम महेश पांडेय है, जिसने अपने आपको ‘डरावनी छाया’ की तरह पेश करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम इस्तेमाल कर पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी थी। यह घटना एक फिल्मी कहानी जैसी लगती है, जहां किसी ने नकली पहचान बना ली और जानलेवा खतरा बनकर सामने आया।
महेश पांडेय ने व्हाट्सएप पर यूएई के नंबर से पप्पू यादव को धमकी भरे संदेश भेजे। इसका मकसद था कि धमकी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दिखाया जाए ताकि पुलिस को लगे कि धमकी एक कुख्यात गैंग से आई है। पर जब पुलिस ने इस धमकी के सूत्र पकड़ने शुरू किए, तो उनके हाथ असली धमकाने वाले तक पहुंच गए, और पर्दा उठ गया कि यह किसी बाहरी या बड़े गैंग की हरकत नहीं थी, बल्कि महेश पांडेय नामक व्यक्ति ने केवल नाम और लोकेशन का सहारा लेकर यह फर्जी धमकी दी थी।
पुलिस के अनुसार, महेश ने इस धमकी को अंजाम देने के लिए यूएई का सिम इस्तेमाल किया था। यह सिम उसने अपनी साली से उधार लिया था, जो यूएई में रहती है। यूएई में यात्रा के दौरान महेश ने सिम कार्ड प्राप्त किया और भारत लौटने पर उसे वापस नहीं किया। इस नंबर का इस्तेमाल करते हुए उसने फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और इसका उपयोग पप्पू यादव को धमकी देने में किया।
पप्पू यादव का नाम चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में चर्चा में था, और महेश ने उनकी मीडिया कवरेज देखकर उन्हें धमकाने का प्लान बना लिया। पुलिस के अनुसार, महेश पहले कुछ सांसदों और विधायकों के कार्यालय में काम कर चुका है, जिससे उसे राजनीतिक जगत के लोगों के फोन नंबर और कुछ हद तक उनकी सुरक्षा में छिद्र का अंदाजा हो सकता था। उसने इसी कमजोर कड़ी का फायदा उठाकर एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि पप्पू यादव के ऊपर एक वास्तविक खतरा मंडरा रहा है।
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि यह धमकी सोशल मीडिया के जरिए लगातार पप्पू यादव तक पहुँच रही थी, जिससे मामला गंभीर बनता जा रहा था। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम केवल एक झूठी पहचान बनाने का तरीका था और इसका असल धमकी से कोई संबंध नहीं था। पुलिस ने महेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की, और उसने यह कबूल भी किया कि उसने फर्जी तरीके से यह धमकी दी थी। पुलिस ने उसके पास से यूएई का सिम कार्ड और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।