दिल्ली से बिहार आ रही डबल डेकर बस में आग, यात्रियों ने कूदकर बचाई जा’न’
दिल्ली से बिहार आ रही डबल डेकर बस में भीषण आग, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान.
Patna : दिल्ली से बिहार के सुपौल आ रही एक डबल डेकर बस में अचानक आग लगने की घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यह हादसा उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के थाना सादाबाद क्षेत्र के गांव मिढावली के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर हुआ। दिल्ली के वजीराबाद से रात करीब 8 बजे रवाना हुई इस बस में दर्जनों यात्री सवार थे। रास्ते में बस की छत पर रखे सामान में आग लग गई, जिसकी लपटें तेजी से बस में फैलने लगीं।
घटना के दौरान यात्रियों और बस चालक-परिचालक ने तुरंत बस को रुकवाया और अपनी जान बचाने के लिए कूद गए। आग लगते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और जल्दबाजी में सभी यात्रियों ने बस से कूदकर सुरक्षित बाहर निकलने का प्रयास किया। बस में मौजूद सभी यात्री किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे और इस भयानक हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। हादसे के कारण यमुना एक्सप्रेस वे पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा।
फिलहाल आग लगने के कारणों का सही-सही पता नहीं चल सका है, लेकिन प्राथमिक जांच में यह माना जा रहा है कि आग बस की छत पर रखे सामान में लगी थी। पुलिस का कहना है कि बस में यात्रियों का सामान भारी मात्रा में था, जिसके कारण संभवतः किसी गर्म वस्तु या घर्षण से आग लग गई होगी। हालांकि, पुलिस इस दुर्घटना के सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है।
यह घटना एक बार फिर लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करती है। यात्रियों का कहना है कि यदि समय पर बस को नहीं रोका जाता और सभी लोग कूदकर बाहर नहीं निकलते, तो यह हादसा और भी भयानक हो सकता था। गनीमत रही कि सभी यात्री सुरक्षित बच निकले, लेकिन इस तरह की घटनाओं से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ जाती हैं।
दुर्घटना के बाद, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का इंतजाम किया। इस तरह की घटनाओं से यात्री सुरक्षा मानकों के पालन की आवश्यकता पर भी सवाल उठते हैं। यात्रियों का कहना है कि बस कंपनियों को सामान रखने की बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में नुकसान को रोका जा सके।
इस घटना के बाद यमुना एक्सप्रेस वे पर मौजूद अन्य वाहनों के चालक भी सतर्क हो गए, और पुलिस ने घटनास्थल पर सुरक्षा को सुनिश्चित किया।