डायबिटीज के कारण पैरों में होने वाली समस्याएं और बचाव के उपाय
डायबिटीज ट्रीटमेंट: डायबिटीज (मधुमेह) एक साइलेंट किलर की तरह काम करती है, जो धीरे-धीरे शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव पैरों पर भी देखा जाता है। उच्च रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) का स्तर बढ़ने से पैरों में सुन्नपन, झुनझुनी और संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर सही समय पर इनका इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकती हैं, जिससे चलने-फिरने में कठिनाई हो सकती है और कुछ मामलों में पैर काटने तक की नौबत आ सकती है।
डायबिटीज के कारण पैरों में दिखने वाले लक्षण
1. झुनझुनी और सुन्नपन
डायबिटीज के मरीजों में डायबिटिक न्यूरोपैथी हो सकती है, जिससे पैरों की नसें कमजोर हो जाती हैं। इस कारण मरीजों को पैरों में झुनझुनी, जलन और सुन्नपन का अनुभव हो सकता है। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है और गंभीर मामलों में पैरों की संवेदनशीलता भी खत्म हो सकती है।
2. एथलीट फुट इंफेक्शन
ब्लड सर्कुलेशन कम होने से डायबिटीज के मरीजों को फंगल संक्रमण का खतरा अधिक होता है। इसे एथलीट फुट कहा जाता है, जिसमें पैरों में खुजली, लालिमा और दरारें नजर आ सकती हैं। यह संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता है और पैरों में घाव भी कर सकता है।
3. छाले और अल्सर
लगभग 15% डायबिटीज के मरीजों को पैरों में छाले और अल्सर हो जाते हैं। अगर इनका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर संक्रमण में बदल सकते हैं और पैर काटने तक की नौबत आ सकती है। डायबिटीज के मरीजों को किसी भी छोटे घाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4. पैरों में सूजन और लालिमा
डायबिटीज (Diabetes) के कारण हड्डियों और जोड़ों पर असर पड़ता है, जिससे पैरों में सूजन और लालिमा हो सकती है। कुछ मामलों में हड्डियों में फ्रैक्चर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर लंबे समय तक पैरों में सूजन बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
5. नाखूनों में फंगल संक्रमण
डायबिटीज के मरीजों के नाखूनों पर भी इसका असर पड़ सकता है। उनके नाखून काले, मोटे और टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं। यह फंगल संक्रमण का संकेत हो सकता है, जिसे नजरअंदाज करने पर संक्रमण बढ़ सकता है और गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।
डायबिटीज के मरीज पैरों की देखभाल कैसे करें?
✔ ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखें – नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लें।
✔ पैरों को रोजाना साफ और सूखा रखें – गुनगुने पानी से पैरों को धोकर अच्छी तरह सुखाएं और मॉइस्चराइजर लगाएं।
✔ आरामदायक और खुले जूते पहनें – टाइट जूते पहनने से बचें और ऐसे फुटवियर चुनें जो पैरों को पूरी सुरक्षा दें।
✔ नियमित रूप से नाखून काटें और ध्यान रखें – नाखूनों को बहुत छोटा न काटें और संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता बनाए रखें।
✔ किसी भी घाव, लालिमा या सूजन को नजरअंदाज न करें – अगर पैरों में कोई भी असामान्य बदलाव दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डायबिटीज के मरीजों के लिए पैरों की देखभाल बेहद जरूरी है। किसी भी समस्या के शुरुआती संकेतों को पहचानकर समय पर इलाज करवाने से गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है। नियमित व्यायाम, सही खानपान और डॉक्टर की सलाह से पैरों को स्वस्थ रखा जा सकता है।