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आजादी की लड़ाई और ग्राम निर्माण के रचनात्मक संघर्षों में आधी आबादी की रही है महत्वपूर्ण हिस्सेदारी- वीणा कुमारी

संजय कुमार बबलू की रिपोर्ट

समस्तीपुर: जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र, समस्तीपुर एवं पैरवी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संवाद “तलाश नये अवसर की” का आयोजन क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले सभा भवन, इडेन वेलफेयर ट्रस्ट, बलभद्रपुर दुधपुरा, समस्तीपुर में किया गया। संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र की कोषाध्यक्ष सह समाजवादी महिला सभा की संयोजक वीणा कुमारी तथा संचालन किरण कुमारी नें किया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के हक, न्यायपूर्ण जीवन सहित किशोरियों के साथ सम्मानपूर्ण जीवन के लिए आयोजित संवाद कार्यक्रम में बीड़ी बनाने के काम लगी नगमा खातुन और अफसाना खातुन नें बताया कि आजादी के इतने साल बाद भी बीड़ी बनाने वाली महिला मजदूरों को 35.00 रुपये दैनिक आमदनी में अपनें 5-6 सदस्यों वाले परिवार का गुजारा करना होता है।

संवाद कार्यक्रम के दौरान आस पास के बच्चों, किशोरियों के साथ होने वाले शारीरिक हिंसा, दूर्व्यपार, यौन हिंसा, बाल विवाह, बाल श्रम जैसे सामाजिक-सांस्कृतिक बुराई को दूर करने पर बल दिया गया। जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र की कार्यकर्ता अंजू कुमारी तथा शीतल कुमारी नें बताया कि बदलते परिवेश में हमें अपनें सोंच को बदलना पड़ेगा। समस्तीपुर झुग्गी की रहनेवाली राजु देवी तथा नरघोघी की रुख्सार प्रवीण नें बताया कि लॉकडाऊन के कारण हमारा गुजर बसर करना कठिनहो गया है।

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हमारी बच्चियों का स्कूल बंद है। हमारा परिवार घर से लेकर खेत खलिहान तक असुरक्षित है। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए समस्तीपुर के पूर्व मुख्य पार्षद सारिक रहमान लवली नें कहा कि रोजी रोजगार के प्रयाप्त और नियमित साधन नहीं रहने के कारण हमारे देश में महिलाओं की स्थिति बिगड़ी है। हम सभी को समान काम को लिये समान मजदूरी के लिए पहल करना होगा। श्वेता कुमारी और वीभा कुमारी नें कहा कि किशोरियों को बाल मजदूरी और बाल विवाह से बचाकर स्कुल से जोड़ना होगा। दो सालों से लॉकडाऊन के कारण और स्कूल बंद रहने के कारण हमारे घरों में भी जाने अनजाने बच्चियों के साथ हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

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कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की सपोर्ट पर्सन दीप्ति कुमारी नें बताया कि समस्तीपुर के सुदूर ग्रामीण ईलाकों की बालिकाओं के साथ विभिन्न प्रकार की हिंसा होती रहती है, जो जानकारी तथा जागरूकता के अभाव में दबी रह जाती है। मौके पर जिला स्वयंसेवी संगठन के सचिव संजय कुमार बबलु नें कहा कि सबसे पहले हम अपने परिवार की महिलाओं को सशक्त करते हुए समाज में आदर्श कायम करना होगा। चाइल्ड लाईन, समस्तीपुर सब सेंटर, पटोरी के टीम लीडर कौशल कुमार नें कहा कि सबसे पहले किशोरियों को समर्थवान और शिक्षित बनाईए।

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आशा सेवा संसथान के सचिव अमित कुमार वर्मा नें बताया कि झुग्गी के बच्चों की जिंदगी हमेशा खतरों से घिरा रहता है। सामंत प्रवृति के दबंग लोग यौनिक हिंसा करते रहते हैं। इसके लिए गांव स्तर पर सघन अभियान चलाने की आवश्यकता है। तलाश नये अवसर को रविन्द्र पासवान, बलराम चौरसिया, ललिता कुमारी, दिनेश प्रसाद चौरसिया, अर्चना कुमारी, रीना देवी, श्वेता सुमन, इडेन पब्लिक स्कुल के निदेशक ब्रज किशोर कुमार, सिग्मा कर्ण, अधिवक्ता कंचन कुमारी, सौम्या कर्ण, खुशी कुमारी, शालु कुमारी, संजीव कुमार इंक्लाबी, साक्षी कुमारी, अनिता देवी, हरिवंश कुमार, सैरुन निशा, गीता देवी, सोनेलाल ठाकुर, रिशु कुमारी, मो. एजाज, सुमन कुमारी, विजय ठाकुर आदि नें संबोधित किया। मौके पर उपस्थित महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं को पाग, माला, डायरी और कलम देकर सम्मानित किया गया।

Ashok Ashq

Ashok ‘’Ashq’’, Working with Gaam Ghar News as a Co-Editor. Ashok is an all rounder, he can write articles on any beat whether it is entertainment, business, politics and sports, he can deal with it.

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