Bollywood Movie Reviews Aayushmati Geeta Matric Pass : IMDB Critic Review Cast - Kashika Kapoor, Anuj Saini, Atul Srivastava, Alka Amin, Pranay Dixit Director - Pradip Khairwar Runtime 177minutes RATING 3.5/5 GAAM GHAR News
Entertainment / Bollywood Movie Aayushmati Geeta Matric Pass Reviews : आयुष्मति गीता मैट्रिक पास ”Aayushmati Geeta Matric Pass” सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है । फिल्म की कहानी काशिका कपूर (गीता) की है बतौर अभिनेत्री आयुष्मति गीता मैट्रिक पास कशिका कपूर की पहली फिल्म है । फिल्म की कहानी बनारस के एक छोटे से गांव की है जहां के लोगों का पढ़ाई-लिखाई से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है, ऐसे में इसी गांव के पंडित विद्याधर अपनी बेटी को पढ़ाना चाहते हैं क्योंकि विद्याधर ने अपनी पत्नी से वादा किया था ।
बेटी को पढ़ाने में विद्याधर के सामने बहुत सारी अड़चनें आती है लेकिन विद्याधर हार नहीं मानते हैं । इधर एक शादी में गीता की मुलाकात अनुज सैनी (कुंदन) से होती है और दोनों में प्यार हो जाता है कुंदन अपने परिवार के साथ शादी का रिश्ता लेकर गीता के घर आता है लेकिन गीता के फेल हो जाने से शादी नहीं होती है । फिल्म की कहानी नारी शिक्षा पर जोर देती है ।
अब आप इसे बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की कहानी भी कह सकते हैं इतना ही नहीं फिल्म में शिक्षा व्यवस्था में जो कमी है उसे भी उजागर करती है फिल्म की कहानी बहुत अच्छी है साथ ही फिल्म बिल्कुल साफ सुथरी है जिसे आप सपरिवार एक साथ बैठकर देख सकते हैं । फिल्म की स्टार्टिंग ठीक है लेकिन बीच- बीच में स्लो हो जाती है जो थोड़ा उबाऊ लगता है । बतौर निर्देशक प्रदीप खैरवार की ये पहली फिल्म है । प्रदीप खैरवार अपनी पहली फिल्म से अपनी काबिलियत साबित करने में बहुत हद तक सफल रहे हैं ।
फिल्म का कलेवर नब्बे के दशक जैसा रखा गया है साथ ही डायलॉग में देशी पुट भी डाला गया है जो आपको फिल्म से जोड़ती है । कशिका कपूर अपने किरदार के साथ लगभग ढलती दिखाई देती है लेकिन अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है । अनुज सैनी के लिए कुछ खास तो था नहीं लेकिन जितना टाइम उन्हें पर्दे पर मिला उसमें वो कुछ कर नहीं पाए अनुज के चेहरे का एक्सप्रेशन लगभग एक जैसा ही रहता है । फिल्म संगीत की बात करें तो फिल्म में पांच गाने हैं लेकिन गाने ऐसे नहीं हैं जो जुबान पर चढ़ जाए एक गाना रंगरेजा है जो थोड़ा-बहुत आपके जेहन में शायद रह जाए ।
फिल्म संगीत की बात करें तो फिल्म संगीत कहानी के हिसाब से ठीक है । फिल्म काफी छोटी बजट की थी तो ज्यादा कुछ की उम्मीद करना भी उचित नहीं है । एक बात जो ज्यादा खटकती है कि फिल्म शुरू में प्रेम त्रिकोण आधारित लगेगा लेकिन ऐसा कुछ है नहीं, गांव के प्रधान का बेटा भी गीता से एकतरफा प्यार करता है लेकिन कामियाब नहीं हो पाता है । एक बार तो ऐसा लगता है जैसे वो विलयन हो लेकिन उसे एक दम से दरकिनार कर दिया जाता है । फिल्म के रेटिंग की बात करें तो फिल्म को 2.5 स्टार मिलने चाहिए । (This review is featured in IMDb Critics Reviews)