सीतामढ़ी : बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। यह घटना सीतामढ़ी के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के शहरोवा गांव की है। रमेश कुमार की पत्नी रूपी कुमारी को अचानक पेट में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उनकी डिलिवरी की तैयारी की गई।
अल्ट्रासाउंड में दिखे थे तीन बच्चे, ऑपरेशन में निकले चार
रूपी कुमारी की डिलिवरी से पहले अल्ट्रासाउंड किया गया था, जिसमें डॉक्टरों ने बताया था कि उनके पेट में तीन बच्चे हैं। लेकिन जब ऑपरेशन किया गया तो चार बच्चों का जन्म हुआ, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। सबसे पहले एक लड़की का जन्म हुआ और उसके बाद तीन लड़के बाहर निकले। डॉ. प्रवीण कुमार ने इसे ऊपरवाले का चमत्कार बताया। उन्होंने कहा, “सोनोग्राफी में तीन बच्चे दिख रहे थे, लेकिन सिजेरियन के दौरान चार बच्चे निकले।”
यहां क्लिक कर हमारे Youtube चैनेल से जुड़े
पहली बार गर्भवती हुई थी महिला, सफल डिलिवरी से डॉक्टर खुश
डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि रूपी कुमारी की उम्र 22 साल है और यह उनका पहला गर्भ था। पहली बार ऐसी स्थिति देखकर डॉक्टर भी चकित रह गए। डॉ. प्रवीण ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने इस तरह का मामला देखा है। “सुना तो था कि इस तरह के मामले होते हैं, लेकिन पहली बार खुद देखा,” उन्होंने कहा। डिलिवरी के बाद रूपी कुमारी और चारों बच्चे स्वस्थ हैं। डॉ. प्रतिमा आनंद, डॉ. ऋत्विक, और एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. शोभा की टीम ने मिलकर यह सफल ऑपरेशन किया।
परिवार के लिए बड़ी खुशी, लेकिन सरकार से मदद की अपील
एक साथ चार बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है। बच्चों की दादी, गिरिजा देवी ने बताया, “तीन पोते और एक पोती होने से हम बहुत खुश हैं, लेकिन इतने बच्चों का एक साथ लालन-पालन करना हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होगा। हम गरीब परिवार से हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मदद करे।”
गिरिजा देवी ने कहा कि सरकारी मदद मिलने से बच्चों की देखभाल में आसानी होगी। “हमारे परिवार में इतनी बड़ी खुशखबरी आई है, लेकिन इसके साथ ही जिम्मेदारियां भी बढ़ गई हैं। हम चाहते हैं कि सरकार हमें आर्थिक मदद करे ताकि हम इन बच्चों की अच्छी परवरिश कर सकें।”
नवरात्रि के मौके पर मिली खुशखबरी, अस्पताल में खुशी का माहौल
नवरात्रि के बीच इस घटना ने पूरे इलाके में खुशी की लहर फैला दी है। डॉक्टरों ने इसे एक शुभ संकेत माना और कहा कि यह एक खास मौका है। डॉ. प्रवीण ने कहा, “यह नवरात्रि के दौरान हुआ है, जो हमारे लिए और भी खुशी की बात है। मां और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं और कुछ ही दिनों में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।”
इस अनोखी घटना के बाद इलाके के लोग भी रूपी कुमारी और उनके परिवार को बधाई देने के लिए अस्पताल पहुंचे। गांव के लोग इस चमत्कारिक घटना की चर्चा कर रहे हैं और इसे ईश्वर की कृपा मान रहे हैं।
अस्पताल की टीम की मेहनत लाई रंग
अस्पताल की टीम के प्रयास से यह डिलिवरी सफल रही। डॉक्टर प्रवीण कुमार, डॉ. प्रतिमा आनंद, डॉ. ऋत्विक और डॉ. शोभा की टीम ने मिलकर ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। चारों बच्चों के स्वस्थ होने की खबर सुनते ही डॉक्टरों के चेहरे भी खिल उठे।
डॉ. प्रवीण ने बताया कि मरीज को गंभीर हालत में लाया गया था और टीम ने तुरंत सिजेरियन करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, “इस तरह के मामले में तुरंत फैसले लेने होते हैं और हमने मिलकर इस चुनौती का सामना किया। हम खुश हैं कि मां और बच्चे दोनों सुरक्षित हैं।” इस घटना ने पूरे बिहार में चर्चा का विषय बना दिया है। एक साथ चार बच्चों के जन्म की यह अनोखी घटना सभी के लिए यादगार बन गई है और पूरे परिवार के लिए यह खुशी का अवसर बन गया है।