तीसरे चरण में इंडिया गठबंधन प्रत्याशी राजग को चार सीटों पर चुनौती
बिहार: तीसरे चरण की चार सीट पर इंडिया गठबंधन के नए प्रत्याशी राजग को चार सीटों पर चुनौती
Patna: बिहार लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में पांच सीटों – झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, और खगड़िया में – इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया गठबंधन) के प्रत्याशियों ने राजग के वर्तमान सांसदों को चुनौती दी है। इस चरण का मतदान 7 मई को होगा। इन प्रत्याशियों में झंझारपुर संसदीय सीट पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार सुमन महासेठ भी शामिल हैं। यह उनके लिए पहला लोकसभा चुनाव है। इसके साथ ही, इस चरण में इंडिया गठबंधन के बैनर तले पहली बार लोकसभा के रण में उतरने वाले प्रत्याशी राजग के वर्तमान सांसदों को भी चुनौती दे रहे हैं। यह चुनाव समीक्षा के अनुसार, बिहार में राजग और इंडिया गठबंधन के बीच एक चुनावी स्पर्धा को दर्शाएगा। इस चरण में भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) भी मजबूत प्रत्याशियों को उतारेंगे। झंझारपुर सीट पर सुमन महासेठ के उतरने से चुनावी मैदान में नई दिशा मिल सकती है, जिससे इस क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आ सकता है।
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बिहार लोकसभा चुनाव 2024 झंझारपुर संसदीय सीट पर वर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल के खिलाफ वीआईपी के प्रत्याशी श्री सुमन कुमार, जिन्हें सुमन कुमार महासेठ के नाम से भी जाना जाता है, सुमन कुमार का पहला चुनावी अनुभव बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान मधुबनी विधानसभा सीट से वीआईपी के प्रत्याशी के रूप में रहा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी समीर कुमार महासेठ को हराया था। सुपौल संसदीय सीट पर इंडिया गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी, चंद्रहास चौपाल, सिंहेश्वर विधानसभा के विधायक, इस बार लोकसभा में अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। उनकी चुनावी टक्कर इस सीट पर जदयू के वर्तमान सांसद दिलकेश्वर कामत से होगी। अररिया संसदीय सीट पर पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री तस्लीमुद्दीन के पुत्र और जोकीहाट विधानसभा के विधायक, शाहनवाज आलम, इंडिया गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी के रूप में उतरेंगे। इस चुनाव में उन्हें भाजपा के वर्तमान सांसद प्रणव कुमार सिंह के खिलाफ मुकाबला करना होगा। यह चुनाव बिहार में राजनीतिक परिदृश्य को बदल सकता है और प्रतियोगिता को तेजी से गर्म कर सकता है। इससे पूरे क्षेत्र में नई राजनीतिक दिशा और चुनौतियों का सामना किया जा सकता है।श्री आलम का मुकाबला अररिया संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद प्रदीप कुमार सिंह के साथ होगा। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अररिया संसदीय सीट से प्रदीप कुमार सिंह ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उनकी चुनावी टक्कर राजद प्रत्याशी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन से हुई थी। श्री तस्लीमुद्दीन ने श्री सिंह को चुनावी मैदान में मात दी थी। श्री तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद, अररिया लोकसभा सीट पर 2018 में उपचुनाव हुआ था। इस बार श्री आलम भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे, जिससे क्षेत्र में एक दौरानी रोमांच और राजनीतिक उत्थान की संभावनाएं हैं।
उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी प्रदीप सिंह ने श्री तस्लीमुद्दीन के बड़े पुत्र, राजद प्रत्याशी सरफराज आलम के साथ मुकाबला किया। इस चुनाव में भाजपा के श्री सिंह को हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार प्रदीप सिंह ने राजद प्रत्याशी सरफराज आलम को हराकर बाजी अपने नाम की थी। इस बार के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री सिंह की चुनावी टक्कर स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन के दूसरे पुत्र, राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम से होगी। मधेपुरा संसदीय सीट से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति रहे पूर्व सांसद डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव के पुत्र, संविधान सभा के सदस्य कमलेश्वरी प्रसाद यादव के पौत्र, कुमार चंद्रदीप, राजद के टिकट पर पहली बार चुनावी मैदान में उतरेंगे। उनकी चुनावी टक्कर जदयू सांसद दिनेशचंद्र यादव से होगी।