पटना: मृदुराज फाउंडेशन द्वारा स्मृतिशेष मृदुला सिन्हा एवं राजकिशोर प्रसाद की 9वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह में समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कमलनयन श्रीवास्तव को “मृदुराज प्रतिभा सम्मान 2024” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके समाज के प्रति समर्पित सेवाओं और साहित्यिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में योगदान के लिए दिया गया।
समाज सेवा में अमूल्य योगदान
कमलनयन श्रीवास्तव ने अपने पूरे जीवन में सामाजिक और साहित्यिक क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है। उन्होंने *नवशक्ति निकेतन, चेतना, गरिमा भारती, श्री चित्रगुप्त मंदिर प्रबंधक समिति, चित्रगुप्त सामाजिक संस्थान*, और *अखिल भारतीय कायस्थ महासभा* जैसे संगठनों से जुड़कर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया। इनके कार्यों में स्व. रामवतार खत्री की पुण्यतिथि पर भव्य समारोह का आयोजन, साहित्यकारों का सम्मान, और शाद साहब के मजार पर चारदपोशी समारोह जैसे आयोजन शामिल हैं, जो उनके सामाजिक योगदान की प्रमुख पहचान हैं।
समाज के प्रति समर्पण और सेवा
कमलनयन श्रीवास्तव का मानना था कि समाज तभी सशक्त और समृद्ध हो सकता है जब इसके सभी सदस्य एक-दूसरे की सहायता और समर्थन करें। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के प्रति सेवा और सहायता को हमेशा बढ़ावा दिया। चाहे साहित्यिक आयोजन हो, सामाजिक उपक्रम हों, या सांस्कृतिक कार्यक्रम, कमलनयन ने हमेशा अपने सहयोग से समाज को प्रोत्साहित किया। उनकी इस निस्वार्थ सेवा ने उन्हें समाज में एक सम्मानित स्थान दिलाया है, और वे आज भी समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
समाज सेवा की शुरुआत
वर्ष 1974 में, स्व. जटाशंकर जी के मार्गदर्शन में कमलनयन श्रीवास्तव ने चित्रगुप्त सामाजिक संस्थान के साथ जुड़कर समाज सेवा की शुरुआत की। इसी वर्ष लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए आंदोलन में भी वे सक्रिय रूप से शामिल हुए। यह आंदोलन उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जहां से उन्होंने समाज की सेवा के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया।
उनके इस सेवा भाव और समाज के प्रति उनके निष्ठावान कार्यों के कारण उन्हें मृदुराज फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया है। श्रीवास्तव का यह योगदान केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणादायक बना रहेगा, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में लोगों को प्रोत्साहन मिलता रहेगा।